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गाजीपुर: इलाहाबाद में मौका देख ट्रेन से कूद कर भागा कुख्यात प्रिंस अग्रवाल

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर आगरा कोर्ट में पेशी के लिए गाजीपुर जेल से भेजा गया कुख्यात प्रिंस अग्रवाल वापसी में ट्रेन से कूद कर भागने आउटर के पास सियालदह एक्सप्रेस की बोगी से मय हथकड़ी कूद कर भागा। यह घटना रविवार की भोर में करीब चार बजे हुई। इस कुख्यात की न्यायिक हिरासत से भागने की यह कोई पहली घटना नहीं थी। इसके पहले भी वह दो बार न्यायिक हिरासत से भाग चुका है। बावजूद उसे आगरा कोर्ट में पेश करने गई गाजीपुर पुलिस की गारद क्यों लापरवाह रही। यह अब जांच का विषय है। गारद की अगुवाई कर रहे एसआई रजनीश कुमार सिंह ने जो यहां के विभागीय अधिकारियों को घटनाक्रम बताया है कि उसके मुताबिक ट्रेन में प्रिंस ने शौच की इच्छा जताई। उसे शौचालय में पहुंचाया गया। कुछ देर बाद वह बाहर निकला और डोरवेज की वॉशवेसिन में हाथ धोने लगा। उसी बीच इलाहाबाद स्टेशन के आउटर पर ट्रेन की रफ्तार धीमी हुई और वह मौका देख कूद पड़ा। सामने की पटरी पर मालगाड़ी खड़ी थी। उसके नीचे से वह अंधेरे में लापता हो गया।

हालांकि इस मामले को पुलिस कप्तान गाजीपुर यशवीर सिंह ने गंभीरता से लिया और एसआई रजनीश सिंह सहित गारद में शामिल रहे सिपाही वीरबहादुर, वीरेंद्र कुमार तथा चंदन गोंड को तत्तकाल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। प्रिंस अग्रवाल के हिरासत से भागने के बाद एसआई रजनीश सिंह ने इलाहाबाद जीआरपी थाने में एफआइआर दर्ज करा दी है।

कौन है प्रिंस अग्रवाल
गाजीपुर के लिए भले न सही लेकिन आगरा पुलिस के लिए प्रिंस अग्रवाल सरनामी है। वह आगरा जिले के ताजगंज थाने के बसई गांव का रहने वाला है। उस पर हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती तथा लूट आदि जैसे संगीन मामलों के करीब 12 मामले दर्ज हैं। इनमें लूट का एक मामला गाजीपुर में भी दर्ज है। उसी सिलसिले में  बीते 18 अगस्त को आगरा जेल से गाजीपुर लाया गया था। तब से उसे गाजीपुर जेल में ही रखा गया था। इसी बीच आगरा की कोर्ट में शुक्रवार को एक डकैती के मामले में उसे पेश करने का फरमान आया था। लिहाजा गाजीपुर पुलिस की गारद लेकर उसे आगरा पहुंची थी। आगरा में संबंधित कोर्ट में उसे पेश करने के बाद गाजीपुर की गारद उसको आगरा जेल ले गई लेकिन वहां के जेलर तकनीकी कारणों से उसे लेने से साफ इन्कार कर दिया। गाजीपुर की गारद के पास प्रिंस को दोबारा गाजीपुर लाने के सिवाय और कोई विकल्प नहीं था।
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