गाजीपुर: राजनीति का हो अपना धर्म, धर्म की भी हो अपनी राज-नीति : सुधीर राय
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर अवथहीं सामाजिक कार्यकर्ता, कृषिविद् और चिंतक स्व. रमाकांत राय की छठवीं पुण्यतिथि रविवार को उनके गृहग्राम अवथहीं में सादगीपूर्ण तरीके से मनाई गई। इस अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। कोपाचीट के पूर्व विधायक सुधीर राय, पूर्व ब्लाक प्रमुख भांवरकोल शारदानंद राय, भांवरकोल ब्लाक के प्रमुख प्रतिनिधि बीरेंद्र यादव, रामनाथ ठाकुर, बृजकिशोर पांडेय, अवनीश राय, प्रेमशंकर राय, कमलेश राय, रामबिलास राय और उनके परिजनों समेत सैकड़ों लोगों ने स्व. राय के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके आदर्शों, उनके विचारों और कार्यों को याद किया।
इस दौरान एक सद्भाव प्रार्थना समारोह का भी आयोजन किया गया। समारोह के आयोजक शिवकुमार राय ने बताया है कि इस अवसर पर गणेश पूजा और शिव पूजा के बाद कई लोगों को सम्मानित किया गया। शिवकुमार राय ने बताया कि अनुष्ठान कार्यक्रम दिनेश मिश्र की अगुवाई में संपन्न हुआ। अंजनी पांडेय ने पुरोहित की भूमिका निभाई। प्रार्थना सभा की शुरुआत कोपाचिट के पूर्व विधायक सुधीर राय ने दीप जलाकर किया। उन्होंने स्व. रमाकांत राय के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि बाबूजी हमेशा धर्म और राजनीति को अलग अलग मानते थे। हमेशा गरीबों के हित में काम करने की सीख देते थे। आज राजनीति को भी धर्म से अलग होना चाहिए। न धर्म का राजनीति में संगम हो न ही राजनीति का धर्म से कोई लेना देना। दोनों अलग विषय हैं और दोनों की पगडंडी अलग अलग है। इसलिए देश के लिए जरूरी है कि राजनीति और धर्म चले अलग अलग।
पर राजनीति का भी अपना धर्म होना चाहिए औऱ धर्म की भी अपनी राज-नीति, अपना सिद्धांत। क्योंकि दोनों मानव के सेवा और मानव को मार्गदर्शन के लिए बने हैं। इस मौके पर शारदानंद राय ने कहा कि बाबूजी के पदचिन्हों पर ही हमलोग चलेंगे और लोगों की सेवा में हमलोग लगे रहेंगे। उनकी सीख हमेशा हमें नई प्रेरणा देती है। रमाकांत राय की छठवीं पुण्यतिथि के अवसर पर कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। कार्यक्रम में उनके पुत्र बृजराज राय (आईएएस), उनके बड़े पुत्र सामाजिक कार्यकर्ता शिवकुमार राय ने लोगों की आगवानी की। शिवकुमार राय ने कहा कि बाबूजी गरीबों के कल्याण में हमेशा लगे रहते थे। हमारी कोशिश है कि उनके बताए हुए मार्ग पर चलते हुए हमेशा गरीबों के कल्याण में काम करते रहें। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें याद करते हुए उनके द्वारा बनाए पदचिंहों पर चलने का संकल्प लिया। राय साहब को श्रद्धांजलि देने वालों में पूर्व सांसद गौरीशंकर राय के पुत्र वीरेंद्र राय, हीरा यादव, अशोक राय, नीरज राय, विंध्याचल पाठक, रविंद्र राय, दिवाकर राय भी शामिल रहे।