गाजीपुर: रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा का इंतेजार करते-करते थक गई नंदगंज चीनी मिल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर करीब तीन दशकों से बंद नंदगंज चीनी मिल एक बार फिर रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा का इंतेजार करते करते थक गयी और आदर्श आचार संहिता की घंटी बजने के साथ ही इंतेजार की घडि़यां समाप्त हो गयी। पूरे जिले के गन्ना किसानों का आस टूट गया जो सन् 2016 से लगाये बैठे थे। विधानसभा चुनाव से करीब एक साल पहले 29 सितंबर 2016 को रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा का कार्यक्रम भाजपा के युवा नेता रविंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में चीनी मिल के प्रांगण में आयोजित था।
हजारों कार्यकर्ताओं से भरे जनसभा में रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने यह घोषणा किया था कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के छह माह के अंदर ही यह चीनी मिल चलेगी या इससे दोगुना बड़ा कारखाना यहां पर केंद्र सरकार के सौजन्य से लगाया जायेगा। चुनाव परिणाम आने पर भाजपा ने ऐतिहासिक विजय दर्ज करते हुए उत्तर प्रदेश में सरकार बनायी। मुख्यमंत्री योगी जी के शपथ लेने के बाद यह नंदगंज चीनी मिल का शासन ने संज्ञान लेते हुए प्राइवेट सेक्टर में देने के लिए दो बार टेंडर जारी किया लेकिन सरकार के नियमों को देखते हुए प्राइवेट सेक्टर के मालिकों ने नंदगंज चीनी मिल पर कोई टेंडर नही डाला।
समय बीतता गया और नंदगंज चीनी मिल की फाइल शासन के आलमारियों में खो गयी। इस संदर्भ में भाजपा के युवा नेता व रेल राज्य मंत्री के प्रबल समर्थक रविंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि तकनीकि करणों से यह चीनी मिल नही चल पायी है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को नंदगंज चीनी मिल की जमीन देने में कोई रुचि नही दिखायी। जिसके चलते यहां पर केंद्र सरकार के सहयोग से कोई कारखाना नही लग पाया। एक बार फिर रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा भारी बहूमत से जीत कर दिल्ली जायेंगे और यहां पर बड़ा कारखाना लगेगा।