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गाजीपुर: राजनीति में मनभेद की स्वीकार्यता नहींः कलराज मिश्र

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सैदपुर हिमाचल के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि स्वच्छ राजनीतिक जीवन में वैचारिक मतभेद के लिए संभावनाएं रहती हैं, लेकिन मनभेद स्वीकार्य नहीं होता। मनभेद से प्रतिशोधात्मक राजनीति का कारण बनता है और यह किसी भी स्थिति में सही नहीं होता। वह स्वच्छ राजनीति का अर्थ बदल देता है। हिमाचल का राज्यपाल बनने के बाद पहली बार शनिवार को अपने गृह जिला गाजीपुर पहुंचे श्री मिश्र दोपहर में टाउन नेशनल इंटर कॉलेज के सभागार में स्वयं के लिए आयोजित अभिनंदन और स्वागत समारोह में बोल रहे थे। स्वागत से वह काफी अभिभूत थे। वह बोले-मैं यहां खुद के लिए आयोजित अभिनंदन समारोह में नहीं, बल्कि अपने क्षेत्र व जनपद के लोगों और यहां की माटी का अभिनंदन करने आया हूं, जिससे प्राप्त संस्कारों की बदौलत आज मैं इस मुकाम पर खड़ा हूं। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से जुड़ा। वहां से मेरा राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई और उस बीच जो भी मुझे जिम्मेदारी दी गई। उसे मैं पूरी निष्ठा और समर्पण भाव से निभाया। अब मैं राज्यपाल हूं। राजनैतिक व्यक्ति नहीं हूं। अब मेरी जिम्मेदारी दूसरे रूप में है। जहां मुझे संवैधानिक सीमाओं में रह कर सबको एक समान भाव से जोड़ कर चलना है। मैं अपने बड़े बुजुर्गों, सहपाठियों, क्षेत्रवासियों और इस मिट्टी का सदैव ऋणी रहूंगा। इनके संस्कारों ने सदैव मुझे सही राह दिखाई है। मुझे गर्व है अपने माटी के संस्कार पर। मैं इसे कभी नहीं भुला सकता है।

समारोह में मौजूद पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि यह हम सबके लिए यह सौभाग्य और गौरव का विषय है कि गाजीपुर के सैदपुर क्षेत्र में जन्में वरिष्ठ पार्टी कार्यकर्ता रहे कलराज मिश्र को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है। इन्होंने लंबे समय तक देश व प्रदेश की राजनीति को दिशा दी है। प्रदेश में लोक निर्माण मंत्री रहते श्री मिश्र ने जो विकास काम किए, उसे आज भी याद किया जाता है।

कलराज मिश्र के साथ आए केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि कलराज मिश्र ने अपने राजनीतिक सफर में योग्यतावान पार्टी कार्यकर्ताओं को बराबर आगे बढ़ने का अवसर दिया। डॉ. पांडेय बताए कि वह स्वंय अपने राजनीतिक जीवन की यात्रा श्री मिश्र के सानिध्य में ही शुरू की थी। आज भी इनका आशीर्वाद, स्नेह उन्हें प्राप्त है। समारोह से पहले कलराज मिश्र को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। समारोह के प्रारंभ में सरस्वती शिशु मंदिर की छात्राओं ने वंदे मातरम् गाया। समारोह की अध्यक्षता कलराज मिश्र के सहपाठी रहे साहित्यकार रामजी सिंह उद्यन ने की। समारोह स्थल पर पहुंचने से पूर्व कलराज मिश्र ने तहसील मुख्यालय के सामने पं. दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। समारोह के बाद वह पूजा और भोज कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने पैतृक गांव मलिकपुर को रवाना हो गए।

समारोह मेंविधायक अलका राय, एमएलसी विशाल सिंह चंचल, कार्यक्रम संयोजक रामतेज पांडेय, नवीन अग्रवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, प्रभुनाथ चौहान, गाजीपुर नगरपालिका चेयरमैन सरिता अग्रवाल, रामनरेश कुशवाहा, ओमप्रकाश राय,विजय शंकर राय,जितेंद्र नाथ पांडेय,नरेंद्र सिंह, वृजनंदन सिंह, अच्छे लाल गुप्त, विनोद अग्रवाल, भाजयुमो जिलाध्यक्ष सुमित तिवारी ,परीक्षित सिंह, योगेश सिंह, रघुवंश सिंह, शशिकांत शर्मा, चतुर्भुज चौबे, बालकृष्ण त्रिवेदी, रिद्धि नाथ पांडेय, रासबिहारी राय, मुराहू राजभर, सुरेश बिंद, भैयालाल तिवारी, दीपू गुप्त, विवेकानंद पांडेय, अशोक पांडेय, सिंहासन कुशवाहा, विजय यादव, पंकज अग्रवाल, त्रिभुवन नाथ पांडेय, अविनाश बरनवाल, संजय वर्मा, देवव्रत चौबे, डॉ मुकेश सिंह,विजेंद्र राय, अनुराग जायसवाल, राधेश्याम मोदनवाल, सुमन कमलापुरी आदि मौजूद रहे।
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