Today Breaking News

गाजीपुर: विकास भवन में धन की बर्बादी और दिखावा है स्वच्छ भारत अभियान : दुर्गेश श्रीवास्तव

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान विकास भवन परिसर में हवा हवाई साबित हो रहा है। उच्चाधिकारियों के लिखित आश्वासन देने के बाद भी शौचालयों की स्थिति बदहाल है। जिसको लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद एक बार फिर से सत्याग्रह पर बैठने का फरमान सीडीओ को सुना दिया है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में गुरुवार को परिषद का प्रतिनिधिमंडल सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता से मिला और विकास भवन में बदहाल शौचालयों की स्थिति से अवगत कराते हुए तत्काल मरम्मत कराने का आग्रह किया। 


दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि शौचालय का नवनिर्माण और मरम्मत नहीं कराया जाता है तो 28 जनवरी से जिला इकाई के अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारी सत्याग्रह पर फिर से बैठने को बाध्य होंगे।मालूम हो कि सीडीओ के अधिकार क्षेत्र वाले विकास भवन परिसर का हाल यह है कि जहां पान व मसाला पीक करने पर 500 रुपए जुर्माने का बोर्ड लगा हुआ है वहीं पर शौचालय बदहाल है। पूर्व में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के तत्वावधान में मरम्मत की मांग को लेकर चार नवंबर से तीन दिन तक सत्याग्रह चला और डीडीओ के हस्तक्षेप से समाप्त हुआ था। आखिर स्च्च्छता के प्रति अधिकारी कितने जागरूक हैं? 


स्वच्छ भारत मिशन के तहत जहां हर घर को शौचालय युक्त और खुले में शौच मुक्त अभियान को विकास भवन के अधिकारी ही चूना लगा रहे हैं। स्थानीय परिसर में कई विभागों के कार्यालय स्थित है। लेकिन कर्मचारियों सहित जन सामान्य के लिए एक भी शौचालय नहीं है। जिम्मेदार अधिकारियों की उपेक्षा से विकास भवन में चिराग तले अंधेरा है। स्वच्छता अभियान को अमली जामा पहनाने वाले कई सरकारी कार्यालय खुद शौचालय से वंचित हैं। इससे सरकारी प्रतिष्ठानों पर कर्मचारियों सहित आने वाले महिला और पुरुष को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। 


यहां पर भी केवल अधिकारियों के लिए शौचालय बने हैं। कर्मियों और आने वाले फरियादियों के लिए इसकी कोई सुविधा नहीं है। इससे महिलाओं पुरुषों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लघु शंका के लिए तो पुरुष दीवारों को यूरिनल के रूप में इस्तेमाल कर लेते हैं। लेकिन महिलाओं को कठिनाई झेलनी पड़ती है। प्रतिनिधि मंडल में श्रीकान्त राय, बलेन्द्र त्रिपाठी, मान्धता सिंह, दिग्विजय चौधरी, राजेश श्रीवास्तव, रामधनी, रवि सिंह, प्रशान्त वर्मा, हीरा, हनुमान आदि पदाधिकारीगण मौजूद रहे ।

'