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उत्तर प्रदेश: 1.39 लाख शिक्षामित्रों की फीकी रहेगी होली, जनवरी से नहीं मिला मानदेय

गाजीपुर न्यूज़ टीम, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में सर्व शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत प्रदेश के 1.39 लाख शिक्षामित्रों की होली इस साल फीकी रहेगी। 9 मार्च को होलिका दहन में पांच दिन का समय बचा है और अब तक इनके मानदेय का बजट जारी नहीं हो सका है। जनवरी और फरवरी दो महीने का मानदेय नहीं मिलने के कारण शिक्षामित्रों और उनके परिजनों को होली का त्योहार मनाने में कठिनाई होगी। 25 जुलाई 2017 को सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त होने के बाद से इनका वेतन एक चौथाई कम होकर 10 हजार रुपये मानदेय हो गया है। नियमत: हर महीने की 7 तारीख तक मानदेय खाते में पहुंच जाना चाहिए। इसके लिए हर महीने 20 तारीख तक की उपस्थिति 21 या 22 तक खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय से बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भेज दी जाती है।

अब बजट जारी होता भी है तो होली से पहले भुगतान मुश्किल होगा। जिलों में ग्रांट आने के बाद भी कई प्रक्रिया से गुजरते हुए बैंक में पे-बिल जाता है और तब बैंक का कर्मचारी कम्प्यूटर पर पोस्ट करता है। उसके बाद शिक्षामित्रों के बैंक खातों में मानदेय पहुंच पाता है। इस बार सभी बैंक 8 मार्च से बंद हो रहे हैं। गुरुवार से शनिवार तक तीन दिन में मानदेय भुगतान होना मुश्किल लग रहा है।

गौरतलब है कि परिषदीय विद्यालयों में वर्तमान में कार्यरत लगभग 1.62 लाख शिक्षामित्रों में से 1.39 लाख सर्व शिक्षा अभियान के तहत रखे गए हैं और लगभग 23 हजार सीधे बेसिक शिक्षा विभाग ने रखा है।

शिक्षकों के खाते में पहुंच गया वेतन
होली के कारण प्रयागराज के जिले के तकरीबन 11 हजार परिषदीय शिक्षकों का वेतन मंगलवार को ही उनके खाते में पहुंच गया है। 

कौशल कुमार सिंह (प्रदेश मंत्री उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ) ने कहा- शिक्षामित्रों को जनवरी से मानदेय नहीं मिला है। ऐसे में प्रदेश के शिक्षामित्रों का परिवार होली का पर्व नहीं मना पाएगा।

संजय कुमार कुशवाहा (बेसिक शिक्षा अधिकारी) ने कहा- बजट नहीं मिलने के कारण शिक्षामित्रों के मानदेय का भुगतान नहीं हो सका है। हमारी ओर से सारी कागजी औपचारिकता पूरी है और बजट मिलते ही मानदेय खातों में भेज दिया जाएगा।

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