लॉकडाउन से बदला पुलिस अकादमी का इतिहास, बिना पासिंग आउट परेड दारोगाओं को मिली तैनाती
गाजीपुर न्यूज़ टीम, मुरादाबाद. लॉकडाउन ने पुलिस अकादमी का इतिहास बदल दिया। अब तक पासिंग आउट परेड के बाद तैनाती मिलती थी। परिवार के लोग, दोस्त शामिल होते थे। इस बार सिर्फ शपथ ग्रहण हुआ और प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके 125 नए उपनिरीक्षकों को तैनाती मिल गई। इनमें 35 दारोगा ऐसे है, जो यूपी और दिल्ली पुलिस में सिपाही से दारोगा बने हैं। अमरोहा के योगेंद्र कुमार सर्वांग सर्वोत्तम बने। इनको प्रदेश के सात रेंजों में तैनाती मिली है। 25 और 26 अप्रैल को रेंज से पुलिस के वाहन आएंगे और उनको लेकर जाएंगे।
परेड ग्राउंड पर शुक्रवार को सादे समारोह में निदेशक/ एडीजी राजीव कृष्ण ने उपनिरीक्षकों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। एएसपी बसंत लाल ने बताया कि वर्ष 2019 बैच के नागरिक पुलिस के 125 दारोगा का प्रशिक्षण पूर्ण हो गया है। एक वर्ष में पुलिस रेगुलेशन, नेतृत्व कौशल, विधि विज्ञान, आपराधिक विधि, विधि चिकित्सा शास्त्र व मनोविज्ञान का सैद्धांतिक व व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। बाह्य व इंडोर के 24 विषयों के अलावा घुड़सवारी, तैराकी, वाहन चालन के अलावा शस्त्र प्रशिक्षण दिया गया। लॉकडाउन के चलते शारीरिक दूरी का पालन हो। इसलिए पासिंग आउड परेड की बजाए शपथ ग्रहण हुआ।
एडीजी ने किया कोरोना से जंग का आह्वान
एडीजी ने कोरोना से जंग का आह्वान करते हुए कहा कि दारोगा बन रहे 125 प्रशिक्षु विश्व में पुलिस के सबसे बड़े संगठन का हिस्सा बनने जा रहे हैं। उपनिरीक्षक का पद महत्वपूर्ण है। कंधे पर कानून व्यवस्था को बनाते हुए अपराधियों को दंडित कराना है। समाज का अंतिम व्यक्ति भयमुक्त होकर जीवन यापन करे, ऐसा माहौल तैयार करें। इस वक्त पूरा विश्व कोरोना महामारी से जंग लड़ रहा है। इसमें आपकी भूमिका महत्वपूर्ण है। अकादमी ने आप सभी को कोरोना व इससे जंग लडऩे का तरीका बताया है। स्वयं को सुरक्षित रखते हुए दूसरे की जान बचाने की जिम्मेदारी अब आपके कंधे पर है।
यहां मिली उपनिरीक्षकों को तैनाती
- आगरा रेंज - 16
- नोयडा कमिश्नरी - 16
- मेरठ रेंज - 22
- कानपुर रेंज - 18
- प्रयागराज रेंज 16
- गोरखपुर रेंज - 17
- लखनऊ कमिश्नरी - 20
इन्हें मिला इनाम
इंडोर
- आधुनिक भारत- बृज किशोर (आगरा)
- भारतीय दंड संहिता-यतेंद्र पाल सिंह (अलीगढ़)
- दंड प्रक्रिया संहिता-ओम प्रकाश यादव(भदोही)
- भारतीय साक्ष्य अधिनियम- रामऔतार यादव (गाजीपुर)
- स्थानीय व विशेष अधिनियम-यतेंद्र पाल सिंह (अलीगढ़)
- पुलिस रेगुलेशन-महेश दत्त शुक्ल(गोरखपुर)
- सामान्य, जघन्य व विशेष अपराध - सुरेश चंद (बागपत)
- अपराध शास्त्र व नेतृत्व कौशल- अमित धामा (बागपत)
- विधि विज्ञान व चिकित्सा शास्त्र- अवधेश सिंह (मथुरा)
- थाना प्रबंधन, अपराध नियंत्रण व शांति व्यवस्था-तेजबहादुर यादव (भदोही)
- कंप्यूटर साइंस व साइबर क्राइम- रामानंद (गाजीपुर)
- पुलिस की छवि व्यवहार व संवाद कौशल-साबिर (मेरठ)
आउट डोर
- शारीरिक दक्षता-विपिन कुमार यादव(गाजीपुर)
- कवायद ड्रिल -शशिधर त्रिपाठी(प्रयागराज)
- शस्त्र प्रशिक्षण, रात्रि फायङ्क्षरग-हरीश कुमार (बुलंदशहर)
- फील्ड क्राफ्ट एंड टैटिक्स, मैप रीडिंग, रूट मार्च, जंगल ट्रेनिंग-चंदन सरोज(प्रयागराज)
- बगैर हथियार के लड़ाई-नीरज कुमार(नोएडा)
- योगासन-सुरेश कुमार यादव(जौनपुर)
- ड्राइविंग - नरेंद्र सिंह(हाथरस)
- तैराकी -भूपेंद्र यादव(गाजीपुर)
- घुड़सवारी-हरीश कुमार (बुलंदशहर)
- बाधा कोर्स-योगेंद्र कुमार-अमरोहा
- विस्फोटक ज्ञान-नीरज कुमार (नोएडा)
- वन मिनट ड्रिल -अभय शंकर उपाध्याय(गाजीपुर)
