गाजीपुर: लॉकडाउन में ग्रामीण अंचलो में पंचायत चुनाव के भावी प्रत्याशी बनें है संकट मोचन
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर लॉकडाउन में दौरान ग्रामीण क्षेत्रो में पंचायत चुनाव के भावी प्रत्याशी इस समय संकट मोचन की भूमिका में है। करीब 40 लाख की आबादी वाले जिले में लगभग 70 प्रतिशत जनसंख्या गांव में रहती है, जिले में 16 ब्लाको में लगभग 1700 क्षेत्र पंचायत सदस्य, 1057 ग्राम प्रधान और 67 जिला पंचायत सदस्य है। कुछ ही माह बाद इन सभी सीटो पर त्रिस्तरिय पंचायत चुनाव होना है। यह लॉकडाउन संभावित वर्तमान और पराजित प्रत्याशियो का नेकनियती और कर्मठता का अखाड़ा बन गया है। जो भी प्रत्याशी पंचायती चुनाव लड़ना चाहते है वह अपने-अपने क्षेत्रो में पूरे लगन व ईमानदारी के साथ गरीब, असहाय और जरूरतमंदो की सेवा कर रहें है। उन्हे हर संभव मदद उपलब्ध करा रहें है जिससे कि वह इस लॉकडाउन सहजता के साथ अपना जीवन यापन कर सकें। यह सभी प्रत्याशी कोरोना से बचाव और लॉकडाउन में कैसे रहा जाये, यह भी अपने मतदाताओं को समझा-बुझा रहें है।
ग्रामीण अंचल के मतदाता भी अपने प्रत्याशियो की लॉकडाउन में परीक्षा ले रहा है कि जीतने के बाद वह हमारे सुख दुख शामिल रहेंगा कि नही। पूरे जिले के चट्टी-चौराहो पर इन प्रत्याशियो के समाजसेवा की खुब चर्चा हो रही है। जो प्रत्याशी जितना सक्षम है उतना बड़ा दाता बना हुआ है। लोगो में चर्चा है कि इन प्रत्याशियो की समाजसेवा के पीछे जो भी मकशद हो लेकिन कोरोना जैसी महामारी में यह संकट मोचन की भूमिका में है। अगर यह संभावित प्रत्याशी सहयोग नही करते तो प्रशासन को भी ग्रामीण अंचलो में गरीबो को मदद करना बड़ा मुश्किल कार्य होता। इस संदर्भ में जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि विजय सिंह यादव ने बताया कि संभावित प्रत्याशी और वर्तमान पंचायत प्रतिनिधि बधाई के पात्र है, क्योंकि जिस निष्ठा और कर्मठता के साथ वह जरूरतमंदो की मदद कर रहें है वह काबिले तारिफ है। इसके पीछे जो भी मंशा हो फिलहाल वर्तमान समय में वह दानवीर की भूमिका में है। पूर्वांचल युवा मोर्चा के प्रमुख ने बताया कि ग्रामीण अंचलो में संभावित और वर्तमान प्रत्याशियो द्वारा गरीबो, जरूरतमंदो की सेवा करना अच्छा कार्य है।