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पूर्वांचल के 31 हजार लोगों ने घर वापसी की प्रशासन से लगाई गुहार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर, दिल्ली, महाराष्ट्र व गुजरात समेत देश के विभिन्न राज्यों में फंसे करीब 31500 लोगों ने घर वापसी की जिला प्रशासन से गुहार लगाई है। इन लोगों ने जिला प्रशासन के पोर्टल wecaregorakhpur.in पर घर वापसी के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक सर्वाधिक लोग महाराष्ट्र में फंसे हैं जबकि इसके बाद दिल्ली व गुजरात का नंबर आता है। बाहर फंसे लोगों वापस बुलाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके अलावा बड़ी संख्या में बाहर फंसे लोग भोजन आदि नहीं मिलने की समस्या भी बता रहे हैं जिसका निस्तारण भी जिला प्रशासन संबंधित जनपदों के कंट्रोल रूम में बात करा रहा है। 

केस एक
करीब 35 दिनों से हैदराबाद में फंसे मनोज कुमार ने बताया कि गोरखपुर आने की कई बार कोशिश की लेकिन आने की अनुमति नहीं मिल सकी। पिछले सप्ताह से खाने-पीने की भी दिक्कत होने लगी थी। ऐसे में गोरखपुर से एक मित्र ने जिला प्रशासन के एप के बारे में बताया और ङ्क्षलक वाट््सएप किया। इस ङ्क्षलक पर अपनी समस्या दर्ज कराई तो गोरखपुर जिला प्रशासन ने स्थानीय प्रशासन से बात कर भोजन का प्रबंध कराया, साथ ही जल्द बुलाने का आश्वासन भी दिया।

केस दो
15 फरवरी को अपनी पत्नी के इलाज के सिलसिले में मुंबई गए सुधीर पांडेय ने बताया कि गोरखपुर जिला प्रशासन के पोर्टल पर घर वापसी का आवेदन किया था। पति-पत्नी दोनों यहीं फंसे हैं ऐसे में गोरखपुर जिला प्रशासन से मदद मांगी तो घर वापसी की पृष्ठभूमि तैयार हो गई। दो दिनों में अपने शहर आ जाऊंगा। जिला प्रशासन का धन्यवाद।

गैर प्रांतों में फंसे व्यक्ति

28 राज्य

09 केंद्र शासित प्रदेश

677 आंध्र प्रदेेश

180 बिहार

117 छत्तीसगढ़

3772 दिल्ली

3707 गुजरात

1986 हरियाणा

66 झारखंड

3098 कनार्टक

316 मध्य प्रदेश

8348 महाराष्ट्र

1978 पंजाब

416 राजस्थान

1419 तमिलनाडु

113 गोवा

131 चंडीगढ़

05 अंडमान-निकोबार

33 दमन-दीव

32 दादर व नागर हवेली      

238 हिमाचल प्रदेश

117 जम्मू-कश्मीर

352 केरला

01 लद्दाख

01 लक्षद्वीप

04 मेघालय

05 मिजोरम

10 नगालैंड

16 पांडुचेरी

02 सिक्किम

1649 तेलांगना

02 अरुणांचल प्रदेश

08 त्रिपुरा

290 पश्चिम बंगाल

कुल - 29089

अन्य राज्यों में फंसे सभी लोगों को बुलाया जा रहा है। इसके लिए स्थानीय स्तर पर उनकी मदद भी कराई जा रही है। अब तक 31532 लोगों ने पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। जनपद के सभी गांवों से बाहर गए लोगों की जानकारी जुटाई गई है। इस तरह बाहर अभी भी 40 हजार से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। इनके जनपद के आने की व्यवस्था कराई जा रही है। जो भी अन्य लोग बाहर हैं और जनपद में आना चाहते हैं तो वह अपने आसपास के केंद्र पर पंजीकरण करा लें। कोई भी पैदल न आए अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। - के. विजयेंद्र पाण्डियन, जिलाधिकारी 

छह श्रमिक ट्रेनों से पहुंचे 7234 प्रवासी
गुजरात, पंजाब और तेलंगाना राज्य के विभिन्न स्टेशनों से 7234 प्रवासियों को लेकर छह श्रमिक ट्रेनें गुरुवार को गोरखपुर पहुंचीं। सर्वाधिक चार ट्रेनें तो गुजरात से आईं। चार दिन में 11 ट्रेनों के जरिये कुल 12514  प्रवासी गोरखपुर पहुंच चुके हैं। प्रवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद रोडवेज की बसों से घर भेजा गया है। सुबह 7.25 बजे से श्रमिक ट्रेनों का आगमन शुरू हुआ तो रात दस बजे तक चला। जिला प्रशासन, जीआरपी, आरपीएफ, रेलवे, स्वास्थ्य और परिवहन निगम के अधिकारी और कर्मचारी बिना थके और रुके प्रवासियों को बोगियों से उतारते गए। जांच की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें सुरक्षित घर के लिए रवाना कर दिया गया। ट्रेनों को सैनिटाइज करने के साथ ही प्लेटफार्म की धुलाई कराई गई। कुल आठ श्रमिक ट्रेनें आनी थीं, लेकिन देर रात तक छह ही पहुंच पाईं। नडियाद से आने वाली स्पेशल बस्ती में तथा सूरत से आने वाली ट्रेन गोंडा में रोकी गई। इन ट्रेनों में सवार प्रवासियों को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद वहीं से रोडवेज बसों से घर भेज दिया गया।

रोडवेज के चालक-परिचालक संभाले रहे मोर्चा
प्रवासियों को घर पहुंचाने के लिए सैनिटाइज कर रोडवेज की तीन सौ बसें लगाई गई थीं। बसों के चालक और परिचालक भी देर रात तक मोर्चे पर डटे रहे। इन्होंने आगरा, भदोही, बलिया, अलीगढ़ आदि जनपदों तक कामगारों को सुरक्षित पहुंचाया। इस दौरान सिद्धार्थनगर डिपो के चालक की तबीयत भी खराब हो गई।

पंजाब के कामगारों ने की मुफ्त यात्रा
गुजरात, महाराष्ट्र और तेलंगाना के कामगार किराया के अतिरिक्त सुविधा शुल्क देकर गोरखपुर पहुंचे। वहीं पंजाब के कामगार मुफ्त यात्रा कर घर आ गए। जलंधर से श्रमिक एक्सप्रेस से आए खलीलाबाद निवासी सनी और मुकेश ने बताया कि पंजीकरण के बाद 520 रुपये का टिकट भी मिल गया, लेकिन उनसे किराया नहीं लिया गया। पंजाब सरकार ने मजदूरों का किराया देने का निर्णय लिया है।

लुधियाना से आएगी श्रमिक स्पेशल
शुक्रवार को भी लुधियाना से एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलकर गोरखपुर पहुंचेगी। 
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