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69000 शिक्षक भर्ती : मोबाइल से हो रही दिक्कत, सॉफ्टवेयर बदले बिना तय समय में नहीं हो सकेंगे आवेदन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज, 69000 Assistant Teacher Recruitment : उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69000 शिक्षक भर्ती के लिए 24 घंटे में जिस तरह से ऑनलाइन आवेदन हुए हैं, उससे सभी के जिला विकल्प तय समय में नहीं लिए जा सकेंगे। तकनीक के जानकार कहते हैं कि ऑनलाइन आवेदन का सॉफ्टवेयर इस तरह का है कि साइबर कैफे से आसानी से आवेदन हो सकते हैं, इसे मोबाइल या फिर लैपटॉप से करने में दिक्कत आ रही है। इसीलिए आवेदनों की गति धीमी है। जरूरी है कि साफ्टवेयर में बदलाव किया जाए, ताकि वह मोबाइल से भी आसानी से संचालित हो सकें।

इस समय लॉकडाउन में अधिकांश अभ्यर्थी शहर से दूर गांवों से भी आवेदन कर रहे हैं, वहां मोबाइल नेटवर्क और अन्य दिक्कतें भी आ रही हैं। अभी साइबर कैफे नहीं खुले हैं। यह जरूर है कि उनके खुलने से आवेदन बढ़ सकते हैं। इसी तरह से अभ्यर्थियों के मोबाइल नंबर बदलने की सहूलियत भी ऑनलाइन देनी होगी, तभी शारीरिक दूरी का पालन हो सकता है। पिछले वर्षों में परिषद मुख्यालय पर ऑफलाइन आवेदन लेकर मोबाइल नंबर बदले गए थे। इस बार अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने से ऑफलाइन मोबाइल नंबर बदलना काफी मुश्किल है। इसमें सबसे बड़ी बाधा यह है कि हर अभ्यर्थी प्रयागराज तक आखिर आएगा कैसे? अफसरों ने सुझाव दिया है कि मोबाइल संशोधन ऑनलाइन कराने की व्यवस्था की जाए, तभी समस्या खत्म होगी। वरना करीब डेढ़ लाख अभ्यर्थियों के आवेदन जल्द पूरे नहीं हो सकेंगे।

लॉकडाउन में मोबाइल नंबर संशोधन के लिए शासन दे निर्देश
परिषदीय स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापकों के चयन के लिए ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। इसमें मोबाइल नंबर बदलने का मौका मुहैया नहीं कराया गया है। इससे बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परेशान हैं, क्योंकि डेढ़ साल पहले जो मोबाइल नंबर भरा था वह खो गया है या फिर याद नहीं है। इसलिए आवेदन नहीं हो पा रहे हैं। मंगलवार शाम तक महज एक हजार आवेदन ही हो सके हैं। कई अभ्यर्थियों को मोबाइल से आवेदन करने में भी समस्या आ रही है, क्योंकि आवेदनपत्र अंत में सेव नहीं हो रहा है। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69000 शिक्षक भर्ती का परिणाम 12 मई को आया है, इसमें 1,46,060 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। परिषद ने सोमवार अपरान्ह से आवेदन लेना शुरू किया है। पहले दिन से ही मोबाइल नंबर बदलने की मांग हो रही है।

परिषद मुख्यालय पर पहुंचे बड़ी संख्या में अभ्यर्थी
मंगलवार को परिषद मुख्यालय पर बड़ी संख्या में अभ्यर्थी इसकी मांग को लेकर पहुंचे उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी। परिषद कार्यालय का कहना है कि लॉकडाउन में आखिर प्रदेश भर के अभ्यर्थियों से किस तरह आवेदन लेकर संशोधन किया जाए, इसको लेकर मंथन चल रहा है। कोई नतीजा न निकलने पर शासन से मार्गदर्शन मांगा गया है। ऐसे संकेत हैं कि जल्द ही शासन इस संबंध में आदेश निर्गत करेगा। वहीं, कई ऐसे भी अभ्यर्थी हैं जो पूर्णांक व प्राप्तांक में भी संशोधन की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जल्दबाजी में गलती हुई है, उसे सुधारने का मौका दिया जाए, वरना चयन से बाहर हो जाएंगे।

अर्हता की स्थिति साफ नहीं
अभ्यर्थियों ने बताया कि परिषद ने विज्ञप्ति निकाली थी जिसमें लिखा था कि शासनादेश जारी होने की तारीख तक अर्हता पूरी करने वालों को चयन का मौका मिलेगा, जबकि परीक्षा संस्था ने आवेदन लेने की अंतिम तारीख तक अभ्यर्थियों को अर्ह माना है। परिषद ने इसमें दोनों ही बातें नहीं लिखी हैं, अब चयन से पहले जिला समिति को निर्देश भेजा जाएगा। उसी तरह से पहले विज्ञप्ति में ही मोबाइल संशोधन का मौका दिया जाता था, इस बार वह नहीं दिया जा रहा है।
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