लॉकडाउन में आंकड़ों की बाजीगरी कर राहत का घूंट पिला रही है भाजपा सरकार- विधायक डा. विरेंद्र यादव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर समाजवादी पार्टी के विधायक डा. विरेंद्र यादव ने कोरोना राहत कार्यो और प्रवासी मजदूरों को लेकर सरकार के दावों पर सवाल उठाया है। उन्होने कहा कि योगी सरकार का प्रवासी मजदूरों के सम्बंध में पूरी तरह से दावा फेल है। विधायक विरेंद्र यादव देवकठिया के प्रजापति परिवार में शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे। उन्होने कहा कि यह घटना बहुत ही दर्दनाक है। ईश्वर परिवार की रक्षा करे। उन्होने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जब गरीब मजदूरों को बड़े शहरों में भोजन-पानी का आकाल हो गया और लोग खाने बिना मरने लगे तो मजदूरों ने अपने घर जाने का निर्णया लिया। सरकार का दावा है कि मजदूरों को बसों व ट्रेनों से घर पहुंचाया जा रहा है। तो फिर सड़क हादसे में मजदूरों की इतनी बड़ी तादात में कैसी मौतें हो रही हैं।
लाखों की संख्या में मजदूर बाहर के शहरों में हैं, सरकार का इंतेजाम केवल हजारों में है। उन्होने कहा कि गरीबों के खाते में 500 या 1000 देने और दस किलो आटा, चावल देने से उनका कैसे महीने भर खर्चा चलेगा। कितने दिन सरकार के चम्मच से गरीब और बेरोजगार खाना खायेंगे। आज सब्जी का दाम एक दम कम हो गया है क्यों कि सब्जियां पूर्वांचल से बड़े शहरों में नही जा पा रही हैं। सब्जी का किसान कंगाली के कगार पर है। वहीं आंधी-तूफान, ओला और वर्षा से गेहूं और दलहन की फसल नष्ट हो गयी है। किसान बर्बाद हो गया है। सबसे बड़ा आश्चर्य है कि सड़कों के किनारे बाटी-चोखा, चाय-पानी व मिठाई की दुकान सरकार बंद करा रही है और शराब की दुकान को खुलेआम दस घंटा खुलवा रही है। भारत सरकार केवल आंकड़ों की बाजीगरी कर किसानों को राहत का घूंट पिला रही है। विधायक सरकार से मांग किया है कि प्रवासी मजदूर जो बाहर से घर आ रहे हैं अगर सड़क दुर्घटना में मारे जा रहे हैं तो उनके परिजनों को दस-दस लाख का मुआवजा दें।