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गोरखपुर में 14 हजार औद्योगिक इकाइयों में शुरू हुआ उत्पादन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर। गोरखपुर की 31365 छोटी-बड़ी औद्योगिक इकाइयों में से 14441 में उत्पादन शुरू हो चुका है। जिन इकाइयों में अभी तक काम नहीं शुरू हुआ है, वहां की समस्याओं का निराकरण कर काम शुरू कराने को लेकर मंथन जारी है। गुरुवार को मंडलायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उद्यमियों की समस्याओं पर चर्चा की गई और उनके निराकरण का आश्वासन दिया गया।

गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा), इंडस्ट्रियल इस्टेट, इंडस्ट्रियल एरिया की करीब 465 औद्योगिक इकाइयों के अलावा और भी छोटी-बड़ी इकाइयों को चालू कराने पर जोर दिया जा रहा है। इन इकाइयों में आटा चक्की, वेल्डिंग शॉप, दाल मिल, तेल मिल जैसी इकाइयां भी शामिल हैं। शहर क्षेत्र में अब तक 3081 जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 11360 इकाइयों में उत्पादन शुरू कराया गया है।

टेक्सटाइल उद्योग को लेकर उठी आवाज
बैठक में मौजूद चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विष्णु प्रसाद अजितसरिया ने टेक्सटाइल उद्योग के शुरू न हो पाने के व्यवहारिक कारण गिनाए। उन्होंने कहा कि इसकी एक पूरी चेन होती है, जिसका पूरा होना जरूरी है। क'चा माल बाहर से आता है, जिसके लिए ट्रांसपोर्ट कंपनियों का खुलना जरूरी है। साथ ही श्रमिकों को बाहर से आने-जाने की सुविधा मिलनी चाहिए। गोरखपुर में तीन प्रॉसेस हाउस हैं, जिनमें से एक भी संचालित नहीं हो पा रहे। माल तैयार हो तो उसे बेचने के लिए कपड़े की दुकानों का खुलना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि शहर में पावरलूम वाले धागा ले जाकर कपड़ा बनाते हैं, उसी कपड़े को प्रॉसेस किया जाता है। उन्हें आने-जाने के लिए पास की सुविधा मिलनी चाहिए। चैंबर के उपाध्यक्ष आरएन सिंह ने बताया कि इन मांगों पर सकारात्मक आश्वासन मिला है। अधिकारियों ने जिले में आ रहे प्रवासियों के कारण तीन दिनों का समय मांगा है।  बाहर से श्रमिकों को बुलाने की मांग भी उद्यमियों की ओर से उठाई गई। उद्यमी सनूप कुमार साहू ने प्रशासन के योगदान की सराहना की।

सभी इकाइयों को शुरू कराया जाएगा : मंडलायुक्त
मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने कहा कि जो इकाइयां शुरू नहीं हो सकी हैं, उन्हें भी शीघ्र शुरू कराया जाएगा। उद्यमियों की समस्याओं का निराकरण कराया जाएगा। उन्होंने अपील की कि सुरक्षा के लिहाज से सभी लोग मानकों का पालन जरूर करें। बैठक में जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन, सीईओ गीडा संजीव रंजन, सीडीओ हर्षिता माथुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर के सीडीओ व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

औद्योगिक इकाइयों को शुरू करने के लिए गीडा की ओर से पूरा सहयोग किया जा रहा है। अब तक जितने भी आवेदन आए, उन्हें अनुमति दी गई। अब अनुमति की जरूरत नहीं होगी, उद्यमी घोषणा पत्र देकर काम शुरू कर सकते हैं। - संजीव रंजन, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, गीडा।

गोरखपुर में फंसे दूसरे राज्यों के लिए भी जारी होंगे पास
लॉकडाउन के कारण जनपद में फंसे दूसरे राज्यों के लोगों केे लिए राहत भरी खबर है। जिला प्रशासन ऐसे सभी लोगों को ई-पास जारी उनके प्रदेश वापस भेजेगा। ई-पास जारी होने के बाद ऐसे लोग अपने निजी साधनों से वापस लौट सकेंगे। जिले में मध्य प्रदेश, बिहार, बंगाल, तमिलनाडु, हैदराबार, महाराष्ट्र समेत अन्य प्रांतों के सैकड़ों लोग फंसे हैं। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने गुरुवार को एडीएम वित्त राजेश ङ्क्षसह को गैर प्रांत के सभी लोगों को पास जारी करने का निर्देश दिया। इस संबंध में उन्होंने सभी एसडीएम को भी निर्देशित किया कि अपने-अपने तहसील क्षेत्र में दूसरे प्रांतों से आए लोगों का पास बनवाने में मदद करें।
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