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गाजीपुर: ओवरलोड वाहनों के गुजरने के चलते अब रामकरन सेतु क्षतिग्रस्त

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सैदपुर नगर से चंदौली से जोड़ने के लिए गंगा नदी पर बना रामकरन सेतु ओवरलोड वाहनों के गुजरने के चलते अब तीन वर्ष बाद ही जर्जर होना शुरू हो गया। पुल पर जगह-जगह आरसीसी टूट गई है। ओवरलोड वाहनों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो शीघ्र ही हमीद सेतु की तरह से यह पुल भी क्षतिग्रस्त हो जाएगा।

सात जून 1997 को पूर्व मंत्री कलराज मिश्र द्वारा इस पुल का शिलान्यास किया गया था। उस दौरान विधायक डा. महेंद्रनाथ पांडेय थे। सरकारों के फेरबदल के चलते इस पुल को बनने में काफी वक्त लग गया। 22 नवंबर 2016 को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस पुल का पुन: उद्धाटन किया था। यह पुल दिनभर व्यस्त रहता है। मुगलसराय में डीजल व पेट्रोल का डीपो होने के कारण दिनभर टैंकर इस पुल से गुजरते हैं। चंदौली की तरफ बालू की खुदाई होती है। ओवरलोड बालू के ट्रक व डंफर बगैर किसी रोक-टोक के इस पुल से गुजरते हैं। कहने को तो पुलिस की ड्यूटी पुल व त्रिमुहानी पर लगी रहती है लेकिन ओवरलोड वाहनों को रोकने की जहमत कोई नहीं उठता है। 14 चक्का व 16 चक्काट्रक इस पुल से दिनभर गुजरते रहते हैं। ओवरलोड वाहनों के चलते पुल जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। आरसीसी उखड़ने लगी हैं। सरिया बाहर आ गया है। इससे अब दुर्घटनाएं होने की संभावना बढ़ गई है। बुद्धजीवियों का कहना है कि सरकार ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई का आदेश तो देती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। सेटिग के चलते यह ओवरलोड वाहन खुलेआम गुजर रहे हैं जिससे के चलते व सड़कें शीघ्र क्षतिग्रस्त हो जा रहे हैं। लोगों ने ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाने की मांग की है।
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