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वाराणसी में भी मुख्तार अंसारी गिरोह पर शिकंजा, मछली कारोबारी समेत तीन गिरफ्तार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. मऊ और गाजीपुर के बाद मुख्तार अंसारी गिरोह पर वाराणसी में भी शिकंजा कस गया है। पुलिस ने छावनी स्थित एक मकान में छापेमारी कर बाहुबली विधायक के करीबी बड़े मछली कारोबारी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से टाटा मैजिक पर लदी 6.5 क्विंटल प्रतिबंधित मछली व अन्य सामान बरामद किये गए हैं। खुद एसएसपी प्रभाकर चौधरी भी कैंट थाने पहुंचे और पूछताछ की। 

पुलिस के अनुसार सूचना मिल रही थी कि मुख्तार अंसारी के सहयोगी वाराणसी में प्रतिबंधित मछली व अंडे की बिक्री धड़ल्ले से कर रहे हैं। शहर के मछली मंडियों से धमकी देकर अवैध वसूली की जा रही है। सोमवार सुबह छावनी के बंगला नंबर 51 में छापेमारी की गई। छापेमारी में बंगले में बने एक छोटे तालाब में कई प्रकार की मछलियों को पाया गया। 

इनमें प्रतिबंधित मछली थाई मांगुर के साथ बड़ी मात्रा में मछलियां मिली हैं। इस मामले में बंगले में रहने वाले मछली व्यवसायी मुहम्मद सलीम, उसके मैनेजर आनंद के आलावा चेतगंज निवासी राजेश को पूछताछ के लिए कैंट थाने लाया गया। मीडिया से बात करते हुए एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि सलीम गैर कानूनी कार्य उक्त बंगले में अपने सहयोगियों के साथ लम्बे समय से कर रहा है।

आरोपियों के पास से प्रतिबंधित मांगुर 6.5 कुन्टल (3 ड्रम) अनुमानित कीमत एक लाख रुपया व 192 पेटी अण्डा (एक पेटी में 210 अण्डे) अनुमानित कीमत दो लाख दस हजार रुपया तथा 5.5 क्विंटल प्रतिबन्धित मछलीयां अनुमानित कीमत एक लाख दस हजार व नगद 59,610 रुपया नगद, मैजिक गोल्ड, ऑटो, इनोवा, बाइक, स्कूटी बरामद की गई है। तीनों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। तीनों के खिलाफ कैंट थाने में महामारी अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।  

मुख्तार गैँग की आर्थिक गतिविधियों को बढाता था सलीम
सलीम मुख्तार अंसारी गैंग के आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने के प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगी रहा है। पिछले ढाई वर्षों से यह अवैध रूप से न केवल स्वयं मछली का कारोबार करता था, बल्कि प्रतिबंधित मांगुर प्रजाति की मछलियों की सप्लाई भी बनारस सहित आस-पास के जिलों में अपने अन्य सहयोगियों के माध्यम से कराता है। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि मछली बाजार/ठेका पर अपनी धौंस दिखाकर अवैध रूप से लोगों से प्रति किग्रा वसूली भी करता है। इसने कैंट क्षेत्र में बंग्ला नं0 51 को लीज पे ले रखा है। जहां तालाब में प्रतिबंधित मंछलियों को रखता है। लीज के प्रपत्रों की जांच अलग से की जा रही है। 

20 साल पहले मुख्तार की ली थी जमानत 
सलीम ने 20 साल पहले हत्या के एक मामले में मुख्तार की जमानत भी ली थी। मुख्तार के करीबियों में उसकी गिनती होती है। 2012 के विधानसभा चुनाव में कौमी एकता दल से चुनाव भी लड़ चुका है। पुलिस के गोपनीय पूछताछ में यह सामने आया है कि सलीम व्यापार के माध्यम से माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गों को आर्थिक मदद/धन भी मुहैया कराता है। सलीम द्वारा रजिस्ट्रेशन/लाइसेंस को दरकिनार कर अंडा का भी व्यवसाय किया जा रहा था। जिसको सीज कर जब्त किया गया है।
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