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डा. भीमराव आंबेडकर विवि: सितंबर में होंगी अंतिम वर्ष की परीक्षा, कोर्स वर्क के विद्यार्थी होंगे प्रमोट

गाजीपुर न्यूज़ टीम, आगरा। डा. भीमराव आंबेडकर विवि के 2019-20 सत्र के अंतिम वर्ष की अवशेष परीक्षाएं सितंबर माह में कराई जाएंगी। शासन के परीक्षा और प्रमोट करने संबंधी निर्देश को गुरुवार को हुई परीक्षा समिति की बैठक में हरी झंडी दिखा दी गई। प्री पीएचडी कोर्स वर्क के विद्यार्थियों को भी प्रमोट करने के प्रस्ताव को पास कर दिया गया है।

सितंबर में होंगी परीक्षाएं
शासन ने यूजीसी की गाइडलाइंस को आधार बनाते हुए सितंबर में परीक्षा कराने के निर्देश दिए थे। आंबेडकर विवि ने पहले 22 जुलाई को परीक्षा समिति की बैठक बुलाई थी, जिसे स्थगित कर दिया गया था। गुरुवार को हुई परीक्षा समिति की बैठक में शासन के निर्देशों का अनुपालन करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दिखा दी गई है। सितंबर में अंतिम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर की अवशेष परीक्षाएं होंगी। इन परीक्षाओं में 99 हजार से ज्यादा परीक्षार्थी बैठेंगे। परीक्षा की कार्ययोजना भी जल्द ही तैयार कर ली जाएगी।

प्रथम वर्ष के विद्यार्थी होंगे प्रोवीजनल प्रमोट
प्रथम व द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के निर्देश पर बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को प्रोवीजनल प्रमोट किया जाएगा। जिन विषयों की परीक्षा अवशेष है, उन विषयों के अंक द्वितीय वर्ष की परीक्षाओं में आए अंकों के आधार पर अगले सत्र में दिए जाएंगे। जिन विषयों की परीक्षा हो चुकी है, उनका मूल्यांकन कर अंक चढ़ा दिए जाएंगे। द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों की जिन विषयों की परीक्षा हो चुकी है, उनके अंक मूल्यांकन के बाद चढ़ाए जाएंगे। जिन विषयों की परीक्षा अवशेष है, उनमें प्रथम वर्ष में आए अंकों के आधार पर नंबर दिए जाएंगे।

फेल विद्यार्थियों को मिलेगा मौका
अगर कोई विद्यार्थी किसी विषय में फेल हो जाता है, तो उसे अंतिम वर्ष की परीक्षा में एक मौका और दिया जाएगा। बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि जो विद्यार्थी अंकों को लेकर आपत्ति जताते हैं कि प्रमोट करने में उनके नंबर कम रह गए, परीक्षा में वे ज्यादा ला सकते थे। एेसे विद्यार्थियों के लिए विशेष परीक्षा की कार्ययोजना भी तैयार की जा रही है।

ऑनलाइन होंगे पीएचडी के वाइवा
समिति के सामने पीएचडी और एमफिल के वाइवा ऑनलाइन कराने का प्रस्ताव था। जिसे अनुमति दे दी गई है। कुलपति या उनके प्रतिनिधि की अध्यक्षता में ही वाइवा लिए जाएंगे। यह सुविधा उन्हीं विद्यार्थियों को दी जाएगी, जो ऑनलाइन वाइवा की मांग विवि के सामने रखेंगे।

स्नातक में होंगे तीन विषय
निवर्तमान कुलपति प्रो.अरविंद दीक्षित ने अपने कार्यकाल में स्नातक स्तर पर बीए और बीएससी के अंतिम वर्ष में तीन की बजाय दो ही विषय कर दिए थे। इस आदेश का शासन से भी अनुमोदन नहीं हुआ था। इसका काफी विरोध भी किया गया था। गुरुवार को हुई बैठक में औटा अध्यक्ष डा. मुकेश भारद्वाज व महामंत्री डा. निशांत चौहान ने अंतिम वर्ष में तीन विषय करने का प्रस्ताव रखा, जिसे कुलपति ने सैद्धांतिक अनुमति प्रदान कर दी है। अब कमेटी बनाकर इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।

2018 की मिलेंगी अंकतालिका
2018 में निवर्तमान कुलपति डा. अरविंद दीक्षित ने द्वितीय वर्ष की अंकतालिकाएं विद्यार्थियों को नहीं दी थी, इसके पीछे विवि का कागज में खर्च होने वाली रकम बचाना था। डा. दीक्षित का विचार था कि अंतिम वर्ष की अंकतालिका का ही महत्व होता है। बैठक में इस आदेश को भी वापस लिया गया और अब 2018 के सभी विद्यार्थियों को द्वितीय वर्ष की अंकतालिका दी जाएगी।

कोर्स वर्क के विद्यार्थी होंगे प्रमोट
बैठक में प्री पीएचडी कोर्स वर्क के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के प्रस्ताव को भी मान लिया गया है। विद्यार्थियों को आंतरिक परीक्षा व प्रोजेक्ट वर्क के अंकों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा। अब इनकी आरडीसी की बैठक होगी।

यह थे उपस्थित
कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने बैठक की अध्यक्षता की। उनके साथ कुलसचिव डा. अंजनी कुमार मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक डा. राजीव कुमार, प्रो.हरिवंश सोलंकी, डा. सुकेश यादव, डा. निर्मला यादव, प्रो. यूसी शर्मा, विशेष आमंत्रित सदस्य प्रो. अजय तनेजा, प्रो. संजीव कुमार शामिल थे।
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