चीन सीमा पर तैनात फौजी के भाई पर पुलिसिया कहर, एक बहन भी है DSP
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी। कोरोना काल और लॉकडाउन में जहां पुलिस की तारीफें हो रही हैं। उन्हें कोरोना योद्धा का सम्मान दिया गया है। वहीं, कुछ पुलिस वालों की हरकतें पूरे विभाग को शर्मसार कर रही हैं। ताजा मामला वाराणसी के बड़ागांव थाने का है। देश को फौजी और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी देने वाले परिवार के बेटे पर पुलिसिया कहर टूटा है। पड़ोसी से मेड़ को लेकर हुए विवाद के बाद पुलिस ने इस परिवार के बेटे को इतनी बुरी तरह पीटा कि वह ठीक से चल भी नहीं पा रहे हैं। घटना बड़ागांव के करोमा गांव की है।
करोमा गांव में दूधनाथ के चार बेटों और दो बेटियो में एक बेटा राजेश यादव फौज में कर्नल है। इस समय चीन सीमा पर तैनात है। बेटी सुमन यादव जेवलिन थ्रो की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और इस समय कस्टम में डीएसपी के पद पर लखनऊ में तैनात हैं। एक बेटा लक्ष्मीकांत उर्फ गुड्डू यादव करोमा में रहते हैं और खेती किसानी करते हैं।
लक्ष्मीकांत गुरुवार को अपने खेत की ट्रैक्टर से जुताई कर रहे थे। इसी दौरान बगल के विक्की यादव के खेत का मेड़ कट गया। इस पर पड़ोसी विक्की ने 112 नंबर डायल कर पुलिस को बुला लिया। लक्ष्मीकांत ने अपनी गलती मानी और मेड़ बनवाने की बात कही लेकिन पुलिस वाले गाली गलौज करते हुए थाने ले आए।
आरोप है कि थाने में दो दरोगाओं के सामने सिपाहियों ने लक्ष्मीकांत को बुरी तरह पीटा। खिड़की की राड पकड़वाकर कमर के नीचे के हिस्से पर बेतों से घंटों पिटाई की गई। उनके दो दांत भी हिलने लगे हैं। लक्ष्मीकांत की बुजुर्ग मां गांव के प्रधान को लेकर थाने पहुंचीं लेकिन मिलने नहीं दिया गया। जब लक्ष्मीकांत थाने में ही गिर गए तो देर शाम शांति भंग की धाराओं में चालान कर परिजनों के हवाले कर दिया गया।
सुबह होते ही परिजन उन्हें लेकर मंडलीय चिकित्सालय पहुंचे और आला अधिकारियों को घटना से अवगत कराया। लक्ष्मीकांत के अनुसार लखनऊ में डीएसपी बहन ने फोन से पुलिस कप्तान से बात की है। उन्हें कार्रवाई का आश्वासन मिला है। वहीं, थाने की पुलिस पिटाई से इनकार किया है।
