गाजीपुर: पुलिस लाइन के 3 सिपाहियों समेत 63 कोरोना संक्रमित
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर। पुलिस लाइन के तीन सिपाहियों समेत 63 की रिपोर्ट देर शाम आठ बजे कोरोना पॉजिटिव आने के बाद महकमे में हड़कंप मचा हुआ। पुलिस अधीक्षक कार्यालय और आवास पर जाने में अधिकारी व कर्मचारी पहले से ही डर रहे थे। अब लगातार पुलिस लाइन में कोरोना मरीजों के मिलने से महकमे में दहशत कायम है।
उधर सहेड़ी स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती 68 संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर पहुंच गए है। ऐसे में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 1764 तक पहुंच गई है। जबकि 752 स्वस्थ और 13 की मौत हुई है। वहीं सक्रिय मरीजों की संख्या 999 है। इधर मेडिकल टीम द्वारा 778 संदिग्धों के स्वैब की सैंपलिंग कर जांच के लिए वाराणसी भेजा गया। साथ ही एंटीजन कीट से 197 और ट्रूनैट मशीन से 18 की जांच हुई।
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है। ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर चिंता बढ़ गई है, लेकिन विभागीय अधिकारियों की ओर से संक्रमण फैलाव पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं एक दिन में कोविड केयर सेंटर में बड़े पैमाने पर 68 संक्रिमत मरीजों के स्वस्थ होने से मेडिकल टीम ने राहत की सांस ली है।
देर शाम आई रिपोर्ट पुलिस लाइन के तीन पुलिस कर्मी, मुहम्मदाबाद के जमालपुर गांव में एक, सदर दो, सैदपुर एक, खालिसपुर एक, लोचाइन एक, त्रिलोकपुर एक, सुकहा छह, नौली छह, नंदगंज 14, मुहम्मदाबाद वार्ड 21 में एक, मुहम्मदाबाद एक, सोनबरसा एक, सिहोरी एक, मुहम्मदाबाद के वार्ड नंबर नौ में एक, वार्ड नंबर 16 में एक, बालापुर एक, अतरसुवा एक, बरहपुर एक, देवा एक, फत्तेहपुर एक, मरदह एक, बासदेवपुर एक, मतसा एक, बजरंग कालोनी जमानिया एक, शेरपुर कला एक, न्यू मार्केट एक, बड़ीबाग कालोनी एक, ददरी घाट दो, रामपुर उर्फ सलेमपुर एक और सलारपुर गांव में कोरोना संक्रमित मिला।
अब मेडिकल टीम इसमें लक्षण रहित और लक्षण वाले मरीजों की अलग-अलग सूची तैयार की जा रही है, जिससे कोविड केयर सेंटर अथवा होम आइसोलेशन की सुविधा दी जा सके। इसके अलावा सीएमओ के निर्देश पर नए संक्रमित मरीजों के क्षेत्रों में सर्वे टीम को भी सक्रिय कर दिया गया है, जिससे संदिग्धों को चिन्हित किया जा सके। महामारी नोडल डा. उमेश कुमार ने बताया कि 63 लोग और कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं कोविड केयर सेंटर में भर्ती 68 मरीजों के स्वस्थ होने पर उन्हें घर भेजा गया है।