वाराणसी के 7 निजी अस्पतालों में कोरोना की मुफ्त जांच, तुरंत रिपोर्ट भी मिलेगी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी। वाराणसी में सरकारी अस्पतालों के साथ ही प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी कोरोना की मुफ्त जांच होगी। इसके लिए सात अस्पतालों का चयन करते हुए रैपिड टेस्ट एंटीजन किट उपलब्ध कराई गई है। प्राइवेट अस्पतालों में निःशुल्क जांच की सुविधा शुरू होने से कोरोना से मिलते जुलते लक्षणों के कारण मरीजों को लौटाया नहीं जाएगा। तत्काल वहीं पर जांच किया जा सकेगा। कुछ ही देर में रिपोर्ट भी मिल जाएगी।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि इस कदम से शहर की बड़ी आबादी को लाभ मिलेगा। कोरोना की जांच में तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि यह इसलिए भी आवश्यक है कि रैपिड टेस्ट एंटीजन किट की सुविधा का दायरा बढ़ाने से अधिक से अधिक लोगों की अत्यंत कम समय में कोरोना जांच संभव हो जाती है। उनमें पॉज़िटिव पाये गए व्यक्तियों के निकट संपर्की व्यक्तियों की जांच भी जल्द से जल्द संभव हो जाती है।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की अच्छी तादाद होती है। उनमें बहुत सारे मरीज कोरोना से मिलते जुलते लक्षण यानि खांसी, बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ और कोमोर्बिडिटी यानि डायबिटीज़, हाईपरटेंशन, हार्ट, किडनी एवं अन्य गंभीर बीमारियों के होते हैं। कोरोना संक्रमण के लिए हाई रिस्क की श्रेणी में आते हैं। अब ऐसे मरीजों को उन्हीं हॉस्पिटलों में निःशुल्क कोरोना जांच की सुविधा मिल जाएगी। उन्हें इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। जल्द ही अन्य प्राइवेट अस्पतालों में भी उनके लैब टैकनीशियनों के प्रशिक्षण उपरांत रेपिड टेस्ट एंटीजन किट की सुविधा निःशुल्क प्रदान की जाएगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वीबी सिंह ने बताया कि प्रथम चरण में रैपिड टेस्ट एंटीजन किट से इंडोर मरीजों के निःशुल्क कोरोना जांच की सुविधा आशीर्वाद हॉस्पिटल महमूरगंज, जीवी मेडिटेक-सूर्य हॉस्पिटल महमूरगंज, शुभम हॉस्पिटल मकबूल आलमरोड व ककरमत्ता, न्यूरो सिटी हॉस्पिटल अशोक नगर पाण्डेयपुर, गैलेक्सी हॉस्पिटल महमूरगंज, ओरियाना हॉस्पिटल रविंद्रपुरी को प्रदान की गयी है।
इन प्राइवेट हॉस्पिटलों के लैब टैकनीशियनों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय राय के नेतृत्व में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।एंटीजन किट भी निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने इन अस्पतालों से कहा है कि अपने यहां कोविड प्रोटोकॉल एवं जांच संबंधी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही नहीं होनी चाहिए। बायो मेडिकल वेस्ट का भी निर्धारित निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।