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गाजीपुर: जहरीले सांपों के साथ बिन्दास खेलता है धीरज बाबा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर। जहरीले और काल कहे जाने वाले सांपों के साथ खेलता है धीरज बाबा। करंडा थाना क्षेत्र के मानिकपुर कोटे निवासी धीरज सिंह उर्फ धीरज बाबा बचपन से ही बहुत चंचल स्वभावत के हैं। इनके पिता यशवंत सिंह, इण्टर कालेज करंडा में जीवविज्ञान के प्रवक्ता थे। बचपन से ही धीरज के पिता ने उनको जीव जंतुओं के बारे में बहुत कुछ बताते आ रहे हैं। 

कौतुहल वश एक दिन धीरज सिंह ने अपने पिता से सर्पदंश से मौत के कारण के बारे में विस्तृत जानकारी लिया।और उसके बाद सांपों से धीरज के मन से डर पूरी तरह समाप्त हो गया। और उसी दिन से धीरज सांपों को पकड़ने लगे। धीरे-धीरे गांव और क्षेत्र के लोग सांपों के दिखने के बाद सांप पकड़ने के लिए धीरज को बुलाने लगे। और अब तो पूरे गाजीपुर जनपद ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी लोग फोन से धीरज को सांप निकालने की गुहार लगाते हैं।

सांप कितना भी बड़ा या विषैला हो,उनके फन पर धीरज बाबा का थप्पड़ लगते ही अकड़ कम हो जाती है,और फिर धीरज बाबा उसको बोरे में भरकर लेकर चले जाते हैं। जबकि आम आदमी का सांप देखते ही प्राण सूखने लगता है। धीरज बाबा सांप ही नहीं, बिच्छू, छिपकली, गोह आदि को देखते ही दौड़कर पकड़ लेते हैं। सांप सहित जहरीले जानवरों को अपने वश में करने की कला से ही लोग धीरज को बाबा कहने लगे, और आज जनपद सहित आसपास के जिलों में धीरज सिंह, धीरज बाबा के नाम से जाने जाते हैं। अभी भी धीरज बाबा रोज अलग अलग घरों गांवों से 5-10 जहरीले सांपों को निकालकर लोगों की प्राणरक्षा करते हैं। और सांपों को दूसरे जगह जंगल झाड़ियों में ले जाकर छोड़ देते हैं। 


 
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