गाजीपुर: CM योगी ने राज्यसभा के उपचुनाव में जयप्रकाश निषाद को प्रत्याशी बनाकर सांधे एक तीर से कई निशाने
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर। सीएम योगी ने राज्यसभा के उपचुनाव में बैकवर्ड कार्ड खेलकर जयप्रकाश निषाद को प्रत्याशी बनवाकर एक तीर से कई निशाने सांधे है। सीएम योगी का पहला निशाना वह माननीय थे जो लोकसभा चुनाव में हारकर फिर से मोदी कैबिनेट में जाना चाहते थे, उन माननीय को राज्यसभा जाने से रोककर अपने विरोधियो को यह संदेश दिया कि जो भी सीएम योगी का पार्टी के अंदर या बाहर विरोध करेगा वह राजनीति के हासिए पर चला जायेगा।
सीएम योगी के बढ़ते हुए राजनैतिक कद और निर्णय से भाजपा के हाईकमान भी सहमत होते हुए बैकवर्ड पर दांव लगाया, क्योकि अब यूपी में विधानसभा चुनाव की रणभेरी एक वर्ष बाद बज जायेगी। इसी को लेकर सारी पार्टियां तैयारी कर रही है। सपा परशुराम जी के मूर्ति लगाने की घोषणा कर ब्राह्मण कार्ड खेलकर सर्वणो को अपने तरफ रिझाया।
वहीं दूसरी तरफ ब्राह्मण की नाराजगी का फायदा उठाते हुए मायावती ने भी ब्राह्मण के सम्मान में कसीदे पढ़ते हुए सपा से भी ज्यादा परशुराम जी कि मूर्ति लगाने की घोषणा कर दी। सीएम योगी ने अपने सधे राजनीति का परिचय देते हुए बैकवर्ड कार्ड खेला है। ज्ञातव्य है कि 2017 के चुनाव में भाजपा के अति बैकवर्ड कार्ड केशव मौर्या के नाम पर खेलने पर बीजेपी को भारी बहुमत मिला था।
लेकिन केशव मौर्या को सीएम न बनाने पर कुशवाहा आदि समाज दुखी है, अति बैकवर्ड समाज के डैमेज को कंट्रोल करने के लिए सीएम योगी ने अभी से होमवर्क शुरू कर दिया है। अति महत्वपूर्ण पदों पर अति बैकवर्ड के लोगो को बैठाने की एक योजना चल रही है जिसके चलते डैमेज को कंट्रोल करके एक बार फिर सीएम योगी उत्तर प्रदेश में भगवा फहराने का भगीरथ प्रयास कर रहें है।
इस संदर्भ में पूर्व एमएलसी व संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता बृजभूषण कुशवाहा ने बताया कि भाजपा सभी जातियो को साथ लेकर चलती है, लेकिन यह सत्य है कि जब-जब अति बैकवर्ड भाजपा के पात में बैठे है तब-तब भाजपा का विजय पताका यूपी और दिल्ली में फहराया है।