Today Breaking News

विकास दुबे केस की चार्जशीट में जानिए किसका-किसका नाम, कैसे हुई तैयार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. उत्तर प्रदेश के चर्चित विकास दुबे केस में चार्जशीट लगभग तैयार हो गई है। इसमें 42 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसके अलगे सप्ताह तक कोर्ट में दाखिल हो जाने की संभावना है। पुलिस आरोप पत्र दाखिल करने से पहले वरिष्ठ अधिवक्ताओं से भी राय ले रही है ताकि किसी तरह की कमी न रह जाए। 
कानपुर के बिकरू कांड अपने आप में पुलिस के लिए अब तक की सबसे बड़ी घटना थी। आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद पुलिस ने दस एक सप्ताह तक ताबड़तोड़ कार्रवाई की। इसमें छह एनकाउंटर हुए। जिसमें कुख्यात विकास दुबे भी मारा गया। मगर पुलिस की असली मेहनत एनकाउंटर के बाद शुरू हुई। जो थी विवेचना करने की। चार थानेदारों और 40 से ज्यादा पुलिस कर्मियों ने चार्जशीट तैयार करने में अथक मेहनत की। 

इस घटना में मुख्य विवेचक पहले इंस्पेक्टर नवाबगंज को रमाकांत पचौरी को बनाया गया था। मगर विकास दुबे के एनकाउंटर में वह घायल हो गए। जिसके बाद मुख्य विवेचक इंस्पेक्टर रेलबाजार दधिबल तिवारी को बनाया गया। उनकी तबियत खराब होने पर विवेचना इंस्पेक्टर कोतवाली को सौंपी गई। इनके अलावा इंस्पेक्टर चौबेपुर, शिवराजपुर और नजीराबाद को सहविवेचक के तौर पर रखा गया। सभी की जिम्मेदारियां तय करने के बाद उसके पर्चे काटने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई। बिकरू कांड में पुलिस ने जो पहली एफआईआर दर्ज की थी उसमें 21 आरोपितों को नामजद करने के अलावा 50-60 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। 

किनका कब हुआ एनकाउंटर 
  • 3 जुलाई को राजाराम उर्फ प्रेमप्रकाश और अतुल दुबे का एनकाउंटर
  • 8 जुलाई-को अमर दुबे हमीरपुर में मुठभेड़ में मारा गया
  • 8 जुलाई को प्रभात मिश्रा पनकी क्षेत्र में मुठभेड़ मारा गया
  • 9 जुलाई- बउआ उर्फ प्रवीण दुबे इटावा में मुठभेड़ के दरौन मारा गया 
  • 10 जुलाई- विकास दुबे मुठभेड़ में मारा गया

कौन हुए गिरफ्तार 
श्यामू वाजपेई, छोटू शुक्ला, शशिकांत, जहान यादव, दयाशंकर अग्निहोत्री, राहुल पाल, क्षमा पत्नी संजय उर्फ संजू दुबे, खुशी पत्नी अमर दुबे, रेखा अग्निहोत्री पत्नी दयाशंकर, संजय दुबे, सुरेश वर्मा, शांति देवी पत्नी रमेश चंद्र, विनय तिवारी, कृष्ण कुमार, गुड्डन उर्फ अरविंद त्रिवेदी, सुशील कुमार तिवारी, शिवम उर्फ दलाल दुबे, जयकांत बाजपेयी, प्रशांत कुमार उर्फ डब्बू, बालगोविंद दुबे समेत लगभग 50 लोग जेल भेजे जा चुके हैं। गिरफ्तार कर जेल भेजे गए आरोपितों के पास से पुलिस ने अब तक डेढ़ दर्जन से ज्यादा असलहा बरामद कर लिए हैं। 

सेमीऑटोमेटिक राइफल का अब तक पता नहीं 
पुलिस लिखा पढ़ी में सेल्फ लोडेड सेमीऑटोमेटिक राइफल आ तो गई। मगर इसे पुलिस अब तक बरामद नहीं करा पाई है। इस राइफल को बरामद करने के लिए एसटीएफ ने भी बहुत प्रयास किया। पंजाब तक टीमें गई मगर हाथ में कुछ नहीं लगा। 

42  लोग आठ पुलिसकर्मियों की हत्या और साजिश में आरोपित किए गए
पुलिस ने नामजद आरोपियों के अलावा विवेचना में शामिल किए गए लोगों के खिलाफ उनके अपराध के मुताबिक साक्ष्य जुटाए हैं। साक्ष्यों के साथ चार्जशीट तैयार की गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक करीब चार्जशीट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अंतिम रूप देने से पहले वरिष्ठ अधिवक्ताओं से सलाह मशविरा ली जा रही है। पूरी तरह रिव्यू करने के बाद ही कोर्ट में दाखिल की जाएगी। एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव का कहना है कि चार्जशीट अभी प्रक्रिया में है। कोर्ट में दाखिल करने से पहले उसकी समीक्षा होगी। चार्जशीट के रिव्यू में वरिष्ठ अधिवक्ताओं की मदद ली जाएगी।

विकास का गैंग और बड़ा हुआ
पुलिस ने चौबेपुर थाने में पंजीकृत विकास की गैंग में कुछ नए चेहरों को शामिल कर लिया है। तत्कालीन एसएसपी अखिलेश मीणा ने विकास दुबे और उसके एक दर्जन से ज्यादा लोगों को मिलाकर डी 124 गिरोह पंजीकृत कराया था। एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव के मुताबिक पहले से पंजीकृत गिरोह का दोबारा रिव्यू किया गया है। इसमें बिकरू कांड के उन आरोपियों को भी शामिल किया गया है जिनके नाम पहले से गैंग में शामिल नहीं थे। 
'