गोरखपुर में रिटायर्ड रेलकर्मी की पत्नी और नाती की गला रेतकर हत्या
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. गोरखपुर के शाहपुर इलाके के रामजानकीनगर में रिटायर्ड रेलकर्मी की पत्नी व 12 साल के नाती की गला रेतकर हत्या कर दी गई। अभी तक हत्या की वजह पता नहीं चल सकी है मगर पुलिस इसे सम्पत्ति विवाद से जोड़कर देख रही है क्योंकि पति-पत्नी में बीते सात साल से अनबन चल रही थी। फिलहाल दोनों एक ही मकान में अलग-अलग रहते थे।
गुरुवार की देर शाम 8 बजे नया टोला रामजानकीनगर निवासी वीरेन्द्र सिंह की 62 वर्षीया पत्नी चंदा व 12 साल के नाती नैतिक की लाश घर में मिली जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई। दोनों का किसी तेज चाकू से गला रेता गया था। हत्या की खबर पाते ही पुलिस हरकत में आ गई। फोरेंसिक व डाग स्कवायड के साथ मौके की छानबीन की जा रही है।
रेलवे से रिटायर वीरेन्द्र सिंह व उनकी पत्नी के बीच 7 साल से अनबन चल रही थी। वीरेन्द्र सिंह ने पत्नी को घर से निकाल दिया था तो वह पचपेड़वा में किराये के मकान में रहने लगी। अभी एक हफ्ता पहले दोनों में समझौता हुआ और वीरेन्द्र ने पत्नी चंदा को मकान के तीन कमरे रहने को दे दिए थे। तब वह यहीं रहने लगींं। एक हिस्से में वीरेन्द्र सिंह अपने बेटे विशाल और बहू के साथ रहते थे जबकि पत्नी चंदा अपने नाती नैतिक के साथ। बेटी सोनी कभी-कभी आती थी तो मां के साथ ही रहती थी।
शुरुआती पड़ताल में पता चला है कि मूलरूप से शाहजहांपुर जिले के रहने वाले वीरेन्द्र सिंह के पिता भगवानदास रेलवे में नौकरी के सिलसिले में यहां आ गए थे। बाद में वीरेन्द्र सिंह को भी यहीं रेलवे में नौकरी मिल गई। उन्होंने अपना मकान बनवा लिया। वीरेन्द्र सिंह के तीन बेटे और एक बेटी थी। दो बेटों का देहांत हो चुका है। उन दोनों की शादी नहीं हुई थी। बेटा विशाल नगर निगम में कूड़ा वाहन चलाता है जबकि बेटी सोनी की शादी मेंहदावल संतकबीरनगर में हुई है। करीब 2400 वर्गफीट के मकान में ही वीरेन्द्र सिंह ने सामने कई दुकानें बनवा रखीं हैं।