206 करोड़ में बीएचयू का होगा कायाकल्प, वातानुकूलित होगा हर वार्ड व ओपीडी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आइएमएस) को एम्स के बराबर सुविधा व दर्जा दिलाने की तेज हुई प्रक्रिया के तहत 12 अक्टूबर मंगलवार को स्थायी निदेशक की नियुक्ति के लिए साक्षात्कार होना है। इस क्रम में संस्थान के सभी विभागों, सर सुंदरलाल अस्पताल, नर्सिंग कालेज सहित आवासों का भी कायाकल्प करने की तैयारी है। इसमें अस्पताल का हर वार्ड, ओपीडी और डाक्टरों का चेंबर पूर्णत: वातानुकूलित होगा। अस्पताल की दीवारें भी एक ही रंग में दिखेंगी। बाथरूम व फर्श को भी बेहतर किया जाएगा, ताकि यह संस्थान एम्स नई दिल्ली के मानक अनुरूप बन सके। इसके लिए लगभग 206 करोड़ रुपये स्वीकृत भी हो गए हैं। राशि आने के बाद कार्य शुरू हो जाएगा। इसके अलावा सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में उपचार के लिए जरूरी उपकरण भी मंगाए जाएंगे। संस्थान के कायाकल्प के बाद मरीजों के उपचार, मेडिकल छात्रों की शिक्षा का बेहतर माहौल बनेगा।
कायाकल्प योजना के तहत कार्य
दशकों बाद सर सुंदरलाल अस्पताल का व्यापक पैमाने पर सुंदरीकरण कायाकल्प योजना के तहत होना है। वैसे आइएमएस के बराबर सुविधा मुहैया कराने के लिए दो साल पहले प्रस्ताव तैयार कर लिया गया था। हालांकि, उसमें नए भवन बनाने की योजना थी, जिसे नीति आयोग ने खारिज कर दिया था। अब आयोग की पहल पर संस्थान को सुविधाओं से लैस कर सुंदर बनाने एवं कमियों को दूर करने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिली है। इस काम के लिए संस्थान को आइएमएस, अस्पताल, नर्सिंग कालेज, आवास, हास्टल सहित छह भागों में बांटा गया है। वार्डों में मरीजों या उनके परिजनों को बाथरूम की समस्या झेलनी पड़ती है, जो दूर हो जाएगी। सभी टूटे-फूटे बाथरूम व नल को दुरुस्त किया जाएगा।
तैयार किया जा रहा इस्टीमेट
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग बीएचयू के मुख्य अभियंता अशोक गुप्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन से निर्देश मिलने के बाद कायाकल्प का इस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। विश्वविद्यालय निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता जीके सिंह ने बताया कि आइएमएस से जुड़ी विंग की मरम्मत को सीपीडब्ल्यूडी संग बैठक हो चुकी है।
कायाकल्प को पहले चरण में करीब 206 करोड़ स्वीकृत हुए हैं
एम्स लाइक इंस्टीट्यूट के तहत संस्थान के कायाकल्प को पहले चरण में करीब 206 करोड़ स्वीकृत हुए हैं। राशि आते ही कार्य शुरू होगा। 40 करोड़ के उपकरण शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स में आएंगे। यहां मरम्मत कार्य नहीं होना है।- प्रो. बीके दास, निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू ।
