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Ghazipur: ए बेरी हमके प्रधान निर्विरोध बने के बा,ना त केहू न केहू के विकेट जरूर गिरी...कर्मवीर सिंह उर्फ सन्नी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. करंडा, ‘ए बेरी हमके प्रधान निर्विरोध बने के बा, ना त केहू न केहू के विकेट जरूर गिरी...।’ कुछ ऐसा ही दावा एक महीने पहले से कर रहा था कर्मवीर उर्फ सन्नी। उसे पता था कि पड़ोसी त्रिभुवन नारायण सिंह की गांव में अच्छी छवि एवं मतदाताओं के बीच पकड़ है। ग्रामीणों की माने तो त्रिभुवन उसकी राह के मुख्य रोड़ा थे। ऐसे में कर्मवीर को अपने लक्ष्य तक पहुंचना संभव नहीं था। 

आशंका जताई जा रही है कि पुरानी अदावत एवं प्रधानी की चाहत ने ही त्रिभुवन नारायण सिंह को मौत के घाट उतारा है। अब पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग दहशत में हैं। कर्मवीर सिंह उर्फ सन्नी और त्रिभुवन नारायण सिंह उर्फ टीएन के घर का फासला बमुश्किल 150 मीटर है। पड़ोसी होने के बावजूद दोनों में पुरानी रार चली आ रही थी। चार दशक पहले भी दोनों परिवारों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। पुरानी अदावत फिर से ताजी हो गई है। एक माह पूर्व हत्या की जमीन तैयार कर चुके कर्मवीर ने बुधवार की रात पूरी योजना के साथ त्रिभुवन को गोलियों से छलनी कर दिया। लोग दबी जुबान से यह कहते नजर आए कि अक्सर कर्मवीर यह कहता रहता था कि इस बार के प्रधानी का चुनाव निर्विरोध जीतना है। 

अगर कोई बीच में आया, तो उसका विकेट गिरना तय है। हुआ भी कुछ ऐसा ही। उसने वारदात को अंजाम देकर कथनी को सच कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि हत्यारोपी कर्मवीर सिंह के पिता पर कई वर्ष पूर्व टीएन सिंह के बड़े पिता की हत्या का आरोप लगाया गया था। इसी बात को लेकर दोनों परिवारों में अदावत चली आ रही थी। 15 वर्ष पूर्व गांव की एक बारात चंदौली जिले के धानापुर गई थी। बारात में किसी बात को लेकर टीएन सिंह ने कर्मवीर सिंह के पिता नगीना सिंह को मारापीटा था। इसके बाद लगभग डेढ़ साल पहले सन्नी ने भी त्रिभुवन के साथ मारपीट की थी।

 
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