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PM मोदी 27 अक्टूबर को छोटे दुकानदारों, ठेले-खोमचे वालों के लिए देंगे बड़ा तोहफा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के छोटे दुकानदारों और रोजगार करने वालों के लिए बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं. पीएम मोदी 27 अक्टूबर को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत संबोधित करेंगे और इस योजना के तहत ऋण वितरण करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी उत्तर प्रदेश 651 नगर निगमों में कुल 3 लाख रेहड़ी खोमचे वाले और 3 लाख छोटे दुकानदारों को ऋण बांटेंगे. पीएम मोदी इस दिन 5 लाख से अधिक लोगों के साथ संवाद करेंगे.

पीएम के संवाद कार्यक्रम में यूपी के 5 लाख से अधिक ठेले, खोमचे और रेहड़ी वाले शामिल होंगे. बातचीत के दौरान छोटे दुकानदार अपने व्यक्तिगत अनुभव पीएम मोदी से सांझा कर सकेंगे.


बता दें इससे पहले मोदी सरकार एक लाख से अधिक लोन पहले ही स्वीकार चुकी है. पीएम स्वनिधि स्कीम के तहत अधिकतम 10 हजार रुपये तक का लोन मिलता है. यह कारोबार को शुरू करने में मदद करता है. यह बेहद आसान शर्तों के साथ दिया जाता है. यह एक तरह का अनसिक्‍योर्ड लोन है.


आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने एक जून, 2020 को पीएम स्वनिधि योजना शुरू की थी. इसका उद्देश्य कोविड-19 ‘लॉकडाउन’ के कारण प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुए ठेले, खोमचे वालों को अपनी आजीविका फिर से शुरू करने के लिए किफायती दर पर कार्यशील पूंजी लोन प्रदान करना है.


पीएम मोदी के ऐलान के बाद यूपी सरकार ने शुरू किया काम

पीएम मोदी के ऐलान के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार तुरंत इस कार्य में जुट गई थी. टीम-11 की बैठक में अफसरों ने सीएम योगी को बताया कि उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान अब तक 8.41 लाख पटरी व्यवसायियों को पहले ही 1000 रूपये का भरण पोषण भत्ता दिया जा चुका है. सरकार के पास प्रदेश के पटरी व्यवसाइयों को पूरा ब्यौरा उपलब्ध है. इस ब्यौरे की मदद से ही उन्हें अब लोन भी उपलब्ध कराया जाएगा.


पहचान पत्र नहीं रखने वाले रेहड़ी-पटरी वालों को भी कर्ज

अब वे रेहड़ी-पटरी, ठेले या सड़क किनारे दुकान चलाने वाले भी प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लाभ ले सकेंगे जिनके पास पहचान पत्र और विक्रय प्रमाण पत्र नहीं है. इस कर्ज को एक साल में मासिक किस्त में लौटाना होगा.


50 लाख रेहड़ी-पटरी लगाने वालों को मिलेगा लोन

प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि योजना की शुरुआत 1 जून को की थी. इस योजना का मकसद कोविड-19 (COVID-19) की मार से प्रभावित रेहड़ी-पटरी वालों को अपनी आजीविका फिर शुरू करने के लिए सस्ता लोन उपलब्ध कराना है. इस योजना का लाभ इस साल 24 मार्च या उससे पहले रेहड़ी-पटरी लगाने वाले 50 लाख लोगों को मिलेगा.

 
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