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उत्तर प्रदेश में 15 अक्टूबर से विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में पीएचडी व परास्नातक छात्रों के लिए खुलेंगे कैंपस

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 15 अक्टूबर से विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों में पीएचडी और परास्नातक छात्रों के लिए कैंपस खोले जाएंगे। इस दौरान सिर्फ विज्ञान और तकनीकी वर्ग के विद्यार्थियों को छूट दी जाएगी, जिन्हें प्रयोगशाला की आवश्यकता पड़ती है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने गाइडलाइन तय कर दी गई हैं।

विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों में गुरुवार से पीएचडी व स्नातकोत्तर (पीजी) के विद्यार्थियों की कक्षाएं लगेंगी। अभी सिर्फ विज्ञान व तकनीक के उन विद्यार्थियों को ही कैंपस में बुलाया जा रहा है, जिन्हें प्रयोगशाला की आवश्यकता पड़ती है। कैंपस में बाहरी लोगों के प्रवेश पर सख्ती से प्रतिबंध रहेगा। अभी कैंटीन नहीं खुलेगी और न ही विद्यार्थियों की बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज की जाएगी। शिक्षक रजिस्टर पर उपस्थिति दर्ज करेंगे।


मंगलवार को उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव योगेंद्र दत्त त्रिपाठी ने संस्थानों को खोलने के लिए गाइडलाइन जारी कर दी। इसके अनुसार विद्यार्थियों का टाइम टेबल ऐसे तय किया जाएगा कि वह कैंपस के साथ ऑनलाइन कक्षाएं भी पढ़ सकेंगे। विद्यार्थियों को ग्रुप में बांटकर अलग-अलग समय पर कक्षाएं व प्रैक्टिकल कराए जाएंगे। प्रयोगशाला में भी प्रत्येक विद्यार्थी के लिए चार वर्ग मीटर की जगह की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।


क्लास में विद्यार्थी छह फीट की शारीरिक दूरी के नियम का पालन करेंगे। कंटेनमेंट जोन में रहने वाले विद्यार्थी, शिक्षक और कर्मचारियों को संस्थान आने की अनुमति नहीं होगी। वहीं, विद्यार्थी, शिक्षक व कर्मचारी अनिवार्य रूप से फेस मास्क पहनेंगे, हाथों को साबुन-पानी या सैनिटाइजर से साफ करेंगे। वृद्ध कर्मचारी, गर्भवती महिला कर्मचारियों और बीमार कर्मियों को छात्रों के सीधे संपर्क दूर रखा जाएगा। आरोग्य सेतु एप का प्रयोग अनिवार्य होगा। विद्यार्थी एक दूसरे से लैपटाप, नोटबुक, पेन व स्टेशनरी नहीं ले सकेंगे।


अलग-अलग रंग के डस्टबिन, बंद रहेंगे स्वीमिंग पूल : कैंपस में स्वीमिंग पूल अभी बंद रहेंगे। क्लास, प्रयोगशाला व अन्य स्थानों पर विद्यार्थी, कर्मचारी व शिक्षकों के लिए अलग-अलग रंग के डस्टबिन रखे जाएंगे।

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