अयोध्या में राम मंदिर सभी का था सपना, पीएम मोदी ने किया पूरा: सीएम योगी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, अयोध्या. अयोध्या में भव्य दीपोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। 492 साल बाद आज राम जन्मभूमि पर भव्य दीपोत्सव का सपना साकार हो रहा है। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम के क्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंच गए है। दीपावली के मौके पर अयोध्या में भव्य रामलीला भी हो रही है। थोड़ी देर पहले सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राम और सीता का भव्य स्वागत किया। इस दौरान हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई।
सीएम योगी और आनंदी बेन पटेल शाम को रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर के सामने दीपक जलाकर विशेष पूजन करेंगे। इस दौरान राम की पैड़ी के घाटों पर एक साथ पांच लाख 50 हजार से अधिक दीपक जलाकर नया गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड बनेगा। इससे पहले सुबह रामायण पर आधारित 11 झांकियां निकाली गईं।साकेत कॉलेज से लेकर रामकथा पार्क तक रामराज्य सा नजारा दिख रहा है। ढोल-नगाड़े व भांगड़ा पर सांस्कृतिक नृत्य का आयोजन हो रहा है। भगवान राम, माता सीता व अनुज लक्ष्मण की झलक पाने के लिए अयोध्या वासियों की भीड़ उमड़ी। नगरवासी उन पर पुष्पवर्षा किया।
अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि कई पीढ़ियों से सभी के मन में एक ही तमन्ना थी कि हम भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण कार्य को अपनी आंखों से देख लेते तो हमारा जन्म और जीवन धन्य हो जाता। वह कार्य प्रधानमंत्री मोदी के कारण सफल हुआ है।
योगी ने कहा
प्रदेशवासियों और सभी श्रद्धालु भक्तों की तरफ से मैं प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन करता हूं कि उनकी प्रेरणा से, उनके मार्गदर्शन से, उनकी रणनीति से पांच सदी का संकल्प पूरा होते हुए देश और दुनिया देख रही है।
राममंदिर निर्माण से पीएम मोदी ने पूरा किया पीढ़ियों का संकल्प
सीएम योगी आदित्यनाथ दीपोत्सव कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राममंदिर निर्माण से पांच सदी और हमारी कई पीढ़ियों का संकल्प पूरा हुआ है। यह अवसर पीएम मोदी ने हमें दिया है। उन्होंने कहा कि 2020 का ये उत्सव ऐसे समय आया है, जब पूरी दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है। ये साल हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। दुनिया के साथ भारत भी कोरोना से लड़ाई लड़ रहा है। सीएम योगी ने कहा कि आज राम वनगमन मार्ग, रामायण सर्किट सहित तमाम योजनाओं की परिकल्पनाएं साकार हो रही हैं। कृष्णा सर्किट और अन्य योजनाओं के माध्यम से पवित्र धामों को पर्यटन जोड़ा जा रहा है। पहले सरकारें पंच कोसी, 84 कोसी परिक्रमाओं को रोकती थीं। आज की सरकार इस यात्रा में शामिल होने वाले लोगों की सुविधा के लिए काम कर रही है।