Ghazipur: नहाय-खाए के साथ आज से शुरू होगा डाला छठ का महापर्व
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. भगवान सूर्य की उपासना का महापर्व डाला छठ का व्रत बुधवार से शुरू हो जाएगा। पहले दिन महिलाएं लौकी-भात खाकर व्रत रखेंगी। साथ ही घरों में छठ मइया की आराधना करेंगी। इस दौरान घरों में छठ मइया के गीत भी गाए जाएंगे।
जिले में डाला छठ पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। पिछले कई दिनों से घर-घर में इसकी जोरदार तैयारी चल रही है। व्रती महिलाओं में डाला छठ के व्रत को लेकर जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है। परंपरा के तहत छठ पर्व के दो दिन पहले से ही शरीर की शुद्धि का उपाय शुरू कर दिया जाता है। पहले दिन नहाय-खाए का क्रम चलता है। इसके तहत स्नान के बाद व्रती महिलाएं लौकी-भात खाकर व्रत धारण करेंगी। सभी घरों में इस परंपरा का निर्वहन खुली आस्था और विश्वास के साथ किया जाता है। डाला छठ का व्रत शुरू होने के साथ ही घरों में छठ मइया की पूजा का भी दौर शुरू हो जाएगा। व्रती महिलाएं पूरी तरह से छठ मइया की आराधना में लीन रहने के साथ छठ मइया की गीत भी गाएंगी।
कल होगा खरना
डाला छठ पर्व के तहत दूसरे दिन 19 नवंबर को व्रती महिलाएं खरना करेंगी। खरना में दिन भर व्रत रहने के बाद शाम के समय पूड़ी एवं खीर खाएंगी। ऐसी मान्यता है कि करीब 24 घंटे निर्जल व्रत को रहने से पहले खरना के रूप में किए जाने वाले इस व्रत से शरीर की स्वच्छता बनी रहती है। छठ पर्व के एक दिन पहले इस खरना के बाद से ही व्रत शुरू हो जाता है। इसके बाद महिलाएं छठ की पूजा पाठ में पूरी तरह से जुड़ जाती हैं। घरों में ठेकुआ, खाजा, कसार आदि पकवान बनाया जाता है। व्रत का यह क्रम तीसरे दिन भोर में भगवान भाष्कर को अर्घ्य देने के बाद समाप्त हो जाता है। करीब 36 घंटे बाद पूजा संपन्न हो जाने पर महिलाएं प्रसाद ग्रहण कर व्रत को तोड़ती हैं।