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Ghazipur: राजकीय सम्मान संग हुआ स्वतंत्रता सेनानी सरवन यादव का अंतिम संस्कार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. थानाक्षेत्र के हथौड़ा गांव निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सरवन यादव का बुधावार रात निधन हो गया। वे 109 वर्ष के थे, और कई माह से बीमार थे। वह पिछले तीन दिन से बोलने व सुनने में असमर्थ थे। वाराणसी के एक अस्पताल से उनका इलाज चल रहा था। 

बुधवार की देर रात रात दस बजे के लगभग अंतिम सांस ली। क्षेत्राधिकारी सैदपुर राजीव द्विवेदी ने गारद के साथ उन्हें अंतिम गार्ड आफ आनर दिया। श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी। सीओ ने पार्थिव शरीर को तिरंगे पर लपेटने के बाद परिजनों को सुपुर्द किया। परिजनों ने बताया कि सरवन यादव बाल्यावस्था से हीं महात्मा गांधी के भारत छोड़ों आंदोलन से जुड़ गए थे। अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन करने में कई बाद जेल भी गए। वहीं प्रसिद्ध सेनानी बलदाऊ पाण्डेय के साथ आजादी की लड़ाई लड़ते हुये अपने गांव के पास की रेल की पटरी उखाड़ने सहित औडिहार स्टेशन पर आगजनी और सैदपुर तहसील में तिरंगा फहरा दी, जिस अंग्रेज सिपाहियों द्वारा पकड़ लिये गये थे। 


दस दिन चले मुकदमे के दौरान अंग्रेज जज ने माफी के शर्त पर छोड़ने के लिए कहा इनके साथ के अधिकांश साथियों ने माफी मांग ली। लेकिन सरजू पाण्डेय का साथ देने के लिये माफी नहीं मांगी। जिसपर दस कोड़ों का दंड भी खाया और एक साल तक लखनऊ के जेल में भी बंद रहे, जिसके बाद जमानत पर रिहा हुए। प्रभारी एसडीएम दिनेश कुमार,थानाध्यक्ष खानपुर पन्नेलाल और चौकी इंचार्ज सिधौना योगेंद्र सिंह सहित ग्रामप्रधान मोहन पांडेय ने पुष्पांजलि अर्पित किया। गुरुवार को पूरे सम्मान के साथ उनके शवयात्रा में सैकड़ों लोग शामिल होकर भारत माता की जय और देशभक्ति नारे लगाते हुए चल रहे थे। हथौड़ा स्थित उनके पैतृक आवास पर पुलिसबल के जवानों ने सलामी दी। उनके बड़े पुत्र भोला यादव ने मुखग्नि देकर उनका अंतिम संस्कार किया।


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