Today Breaking News

जौनपुर में 13 वर्षीया किशोरी से सामूहिक दुष्‍कर्म, रसूखदारों के दबाव में दुराचारियों के पक्ष में आई पुलिस

गाजीपुर न्यूज़ टीम, जौनपुर. पुलिस के कारनामे हैरान ही नहीं बल्कि आम नागरिकों को परेशान भी करने वाले हैंं। ताजा मामला सामूहिक दुष्‍कर्म में पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज न करके दुष्‍कर्मियों को बचाने के लिए पीडिता को परेशान करने का सामने आया है। पहले पीडिता थाने गई तो वहांं दुष्‍कर्मियों के पक्ष में रसूखदारों की आवभगत देख और मुकदमा दर्ज न करने पर निराश होकर लौट गई। इस बाबत जागरण से पु‍लिस से पूछा तो बताया गया कि पीडिता को थाने बुलाने के बाद भी वह नहीं आ रही है। 

सवाल उठता है कि आखिर जब पीडिता थाने गई तो वह पुलिस से निराश होकर लौट क्‍यों गई। पुलिस की कार्यशैली इस वजह से भी कठघरे में है कि पीडिता का मेडिकल कराने की बजाय पुलिस दुष्‍कर्मियों के पक्ष में पैरवी करने वालों की आवभगत करती रही। जी हां, जौनपुर पुलिस की कार्यशैली इस प्रकरण से सवालों में घिर गई है। 


दरअसल खुटहन थाना क्षेत्र के एक गांंव की किशोरी ने दो युवकोंं पर चार दिनों पूर्व अगवा कर ईंट भट्ठा पर ले जाकर दुष्कर्म किए जाने का आरोप लगाया है। पीड़‍िता का यह भी आरोप है कि गांव के कुछ रसूखदार लोगों के दबाव में आकर पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। वहीं पुलिस का कहना है कि किशोरी और उसके स्वजनोंं को कई बार थाने पर बुलवाया गया। लेकिन वे केस दर्ज कराने आ ही नहीं रहे हैंं। 


13 वर्षीया पीड़िता का आरोप है कि वह बीते रविवार की रात लगभग नौ बजे घर से दौ सौ मीटर दूर शौच के लिए गयी थी तभी फतेहगढ़ गांव निवासी दो युवक पीछे से पहुंच उसका मुंह दबाकर पैदल ही ले जाने लगे। मुंह दबा होने तथा उनकी दहशत के चलते वह चिल्ला भी नहीं सकी। आरोप है कि उसे उठाकर दोनों तीन सौ मीटर दूर ईंट भट्ठे पर ले गए। जहांं बारी-बारी से दोनों ने उसके साथ दुराचार किया। इस दौरान कुछ देर बाद वह बेहोश हो गई। 


आधी रात को जब उसे होश आया तो दर्द से छटपटाते हुए किसी प्रकार से अपने घर पहुंची। उसने अपनी मांं को जगाकर रोते- रोते आपबीती बतायी। जानकारी होने के बाद मौके पर तमाम लोग जमा हो गए। दूसरे दिन सुबह पीड़िता के माता- पिता उसे लेकर थाने पहुंच गये। किशोरी के पिता का आरोप है कि यहां जुटे रसूखदारोंं के दबाव में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। हम लोग वहां से निकल कर मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंंचे। जहांं पुलिस अधीक्षक से मुलाकात न हो पाने पर इसकी शिकायत महिला प्रकोष्ठ में की गयी। वहीं प्रभारी थानाध्यक्ष विजय शंकर सिंह का कहना है कि पीड़िता को लेकर उसके स्वजन बगैर बताए थाने से चले गए। उनके घर पुलिस भेज कर कई बार बुलवाया गया लेकिन वे आते ही नहीं हैंं।

'