Today Breaking News

55 साल की आशा देश की पहली ऐसी महिला जिन्होंने बिना रुके 100 KM लगाई दौड़

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उम्र पचपन बरस, जोश बच्चों जैसा और इरादा चट्टान की तरह। इसी के बूते रायबरेली रोड स्थित एल्डिको ग्रीन की आशा सिंह 12 घंटे लगातार दौड़ती रहीं और 100 किलोमीटर की दूरी नाप डाली। ऐसा कमाल दिखाने वाली वह अपने आयु वर्ग की देश की पहली महिला बन गई हैं।

रविवार को पीएसी महानगर स्टेडियम के सिंथेटिक ट्रैक पर अपने किस्म की इस अनूठी दौड़ का आयोजन किया गया था। इसके धीरे-धीरे परिणाम आते गए। पर आशा सिंह का परिणाम आया तो किसी को यकीन नहीं हुआ। जब समय और दूरी की अधिकृत घोषणा हुई सभी को यकीन हुआ।


12 घंटे लगातार दौंड़ी

आशा सिंह ने सुबह चार बजे दौड़ शुरू की और शाम चार बजे खत्म की। उन्होंने रिफ्रेशमेंट का भी ब्रेक नहीं लिया। हां रुक-रुक कर थोड़ा-थोड़ा पानी पिया। इनर्जी ड्रिंक भी लिया। दौड़ पूरी कर ही उन्होंने कुछ खाया। आशा से पहले देश में इस उम्र की किसी महिला ने यह कमाल नहीं किया।


मैराथन का अर्धशतक पूरा किया

आशा सिंह के पति कर्नल बजरंग सिंह 2014 में सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। तभी से आशा सिंह ने अपने पति के साथ दौड़ना शुरू किया। फिर मैराथनों में हिस्सा लेना भी शुरू किया। आशा सिंह अब तक 15 फुल मैराथन (42.2 किलोमीटर) और 35 हाफ मैराथन (21 किलोमीटर) की पूरी की हैं। फुल मैराथन में उनका सर्वर्शेष्ठ समय 4 घंटा 15 मिनट और हॉफ मैराथन में 1 घंटा 58 मिनट रहा है। पिछले माह दिल्ली में हुई एयरटेल मैराथन में भी अपने आयु वर्ग में अव्वल रहीं।


पति भी हैं मैराथन धावक

आशा सिंह के पति कर्नल बजरंग सिंह भी मैराथन धावक हैं। वह अपनी कैटेगरी में देश के पहले ऐसे धावक हैं जिसने विश्व प्रसिद्ध बोस्टन मैराथन  पूरी की थी। उनका हाफ मैराथन में सर्वश्रेष्ठ समय 1 घंटा 47 मिनट रहा है। आशा सिंह और कर्नल बजरंग सिंह हर दिन सुबह तीन घंटे का अभ्यास करते हैं। इसमें 2 घंटे की दौड़ होती है।


दौड़े नहीं तो लगता है कुछ खो दिया

आशा सिंह ने बताया कि दौड़ना उनकी आदत में शामिल हो गया है। जिस दिन नहीं दौड़ती तो उन्हें लगता है कि उन्होंने कुछ खो दिया है। पूरे दिन सुस्ती रहती है। बिना दौड़े चैन नहीं मिलता।

'