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टाप टेन बदमाशों में शामिल माफिया सुधीर सिंह का करोड़ों का मकान जब्‍त

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर.  गोरखपुर के शाहपुर क्षेत्र में एल्युमिनियम फैक्ट्री के पास‌ स्थित माफिया व पिपरौली ब्‍लाक प्रमुख सुधीर सिंह के मकान को अपर न्‍यायिक तहसीलदार सदर ने जब्‍त कर लिया। कार्रवाई की भनक पहले लग जाने से माफिया ने मकान में रखे कीमती सामान हटा लिया था। एक सप्‍ताह पहले सहजनवां तहसीलदार ने कालेसर में स्थिति ब्‍लाक प्रमुख के मकान को जब्‍त किया था। 

डीएम ने दिया था निर्देश 

जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने दो माह पहले जिले के टाप 10 बदमाशों में शामिल माफिया सुधीर सिंह की संपत्ति को जब्त करने का आदेश दिया था। लेकिन गाड़ियों का नंबर गलत होने की वजह से कार्रवाई नहीं हो पाई थी। पुलिस ने माफिया की जगह शाहपुर क्षेत्र के रहने वाले प्रापर्टी डीलर सुधीर सिंह के वाहन नंबर भेज दिए थे। यह मामला प्रकाश में आने के बाद सुधीर के खिलाफ होने वाली कार्रवाई रुक गई। नए सिरे से संपत्ति की जांच कराने के बाद बाद डीएम ने माफिया के मकान, पत्‍नी के बैंक एकाउंट व जमीन को जब्‍त करने का आदेश दिया था। आदेश के क्रम में शुक्रवार को दोपहर एक बजे अपर न्यायिक तहसीलदार सुनीता गुप्ता, कानूनगो घनश्याम शुक्ला और शाहपुर पुलिस के साथ एल्‍युमिनियम फैक्‍ट्री के पास स्थिति सुधीर सिंह के मकान पर पहुंची। सामान की सूची तैयार कराने के बाद मकान पर ताला लगा दिया। अधिकारियों ने कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराई।


एक दिन पहले उठा ले गए थे सामान

अपर न्यायिक तहसीलदार सुनीता गुप्ता जब सुधीर सिंह के घर पहुंचे तो वहां उसकी पत्‍नी रुबी सिंह, बच्‍चे व सहयोगी मौजूद थे। डीएम के आदेश की जानकारी देते हुए सबको बाहर निकाल कर कार्रवाई शुरू कर दी। सुधीर सिंह के दो मंजिला मकान में केवल बेड, तख्‍ता, सोफा, प्‍लास्टिक की कुर्सी, गैस सिलेंडर व पुराना बर्तन मिला। परिवार के लोगों ने कीमती सामान हटा लिया था। स्‍थानीय लोगों ने बताया कि एक दिन पहले ही परिवार के लोग सामान उठा ले गए थे।


छह दिसंबर को डीएम ने किया था जिला बंदर

जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने छह दिसंबर को माफिया सुधीर सिंह को ‌छह महीने के लिए जिला बदर किया था। जिसके बाद शाहपुर पुलिस सुधीर को साथ लेकर देवरिया कोतवाली ले गई। छह महीने तक वह देवरिया में ही रहेगा। माफिया सुधीर सिंह पर शाहपुर पुलिस ने गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई थी और जिला बदर के लिए डीएम के पास फाइल भेजी थी। जिला बदर की अनुमति मिलने के बाद छह दिसंबर को चौकी प्रभारी हड़हवा फाटक रमेश चंद्र उपाध्याय हमराही राजकुमार के साथ सुधीर सिंह को साथ लेकर देवरिया थाने गए और कोतवाली पुलिस को सुपुर्द कर दिए।

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