Today Breaking News

अपने ही मंत्री नीलकंठ तिवारी को नहीं पहचान पा रही उप्र पुलिस, डीजीपी तक पहुंचा मामला

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से विधायक और योगी सरकार में मंत्री नीलकंठ तिवारी को  बिना हेलमेट स्कूटी चलाते यूपी पुलिस ही नहीं पहचान पा रही है। यह कहना है सोशल एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर का। उन्होंने अब वीडियो के साथ डीजीपी को शिकायत भेजी है। नूतन का कहना है कि मंत्री के बचाव में यूपी पुलिस  गलतबयानी कर रही है।

यह है पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य और प्रोटोकॉल राज्यमंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी 7 दिसंबर को अपने विधानसभा क्षेत्र के घसियारी टोला इलाके में इंटरलॉकिंग का शिलान्यास करने स्कूटी से पहुंचे थे। इस दौरान बिना हेलमेट लगाए मंत्री खुद स्कूटी चलाते पहुंचे तो लोग अचंभित रह गए। मंत्री के स्कूटी चलाकर पहुंचने की खबर मीडिया में भी चर्चा का विषय बनी। मंत्री जी का स्कूटी चलाते वीडियो भी वायरल हुआ। मंत्री के बिना हेलमेट ही स्कूटी चलाने को यातायात नियमों का घोर उल्लंघन बताते हुए वाराणसी पुलिस से शिकायत की।


पुलिस ने कहा, मंत्री का चेहरा स्पष्ट नहीं

एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर की शिकायत पर वाराणसी पुलिस ने कहा कि वीडियो में मंत्री का चेहरा स्पष्ट नहीं है। स्कूटी का नंबर भी स्पष्ट नहीं दिख रहा है।  इस पर नूतन ठाकुर ने पुलिस पर गलतबयानी का आरोप लगाया। अपनी शिकायत में नूतन ने कहा था कि उन्हें प्राप्त विडियो के अनुसार डॉ नीलकंठ तिवारी व उनके साथी एक सरकारी कार्यक्रम में बिना हेलमेट पहने स्कूटी चलाते पहुंचे, जो नियमविरुद्ध है। इस पर एसपी सिटी वाराणसी ने अपनी आख्या में कहा कि मंत्री का चेहरा तथा स्कूटी का नंबर स्पष्ट नहीं होने के कारण एमवी एक्ट में चालान किया जाना संभव नहीं हो पा रहा है।


नूतन ने कहा कि विडियो में मंत्री का चेहरा पूरी तरह स्पष्ट है और सूचना अधिकारी ने भी सरकारी विज्ञप्ति में मंत्री द्वारा स्वयं स्कूटी चला कर आने की बात लिखी थी। इसी प्रकार विडियो में हौंडा ग्रेजिया स्कूटी नंबर यूपी 65डीई 7501 साफ़ दिख रहा है, जो भारत सरकार के वेबसाइट के अनुसार आरटीओ वाराणसी कार्यालय में वीरेंदर प्रताप सिंह के नाम दर्ज है। नूतन ने कहा कि इससे साफ़ हो जाता है कि यूपी पुलिस रसूखदारों को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। अब उन्होंने इन तथ्यों को डीजीपी एचसी अवस्थी को भेजते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

'