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कांग्रेस नेता अजय राय ने मुख्‍तार अंसारी से खुद की सुरक्षा के लिए राज्‍यपाल को लिखा पत्र

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक अजय राय ने मुख्‍तार अंसारी से खुद की सुरक्षा को लेकर राज्‍य सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। इस बाबत उन्‍होंने राज्‍यपाल को अपनी सुरक्षा को लेकर पत्र लिखकर आवश्‍क कार्रवाई की मांग की है। 

कांग्रेस नेता ने पत्र में लिखा है कि - 

राज्यपाल महोदया यह कितने हैरत की बात है कि आज जहां एक बार एमएलए बन जाने पर लोगों को सरकार समर्थित हर तरह की सुरक्षा मुहैया हो जाया करती है, वहीं मैं अजय राय वाराणसी के पिंडरा विधानसभा से पांच बार विधायक एवं पूर्व मंत्री रह चुका हूं। मेरी सुरक्षा को लेकर वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा बेहद घृणित मानसिकता के साथ काम कर रही है। यह सर्व विदित है कि मेरे लगभग तीन दशकों के सार्वजनिक जीवन मे एक भी ऐसा कोई आरोप नही लगा जो कि कानून की नजर में आपत्तिजनक हो या फिर अलोकतांत्रिक हो। अपने तीन दशकों के सार्वजनिक जीवन मे मैंने दीन - दुःखियों, अशक्तजनो के हितों के संरक्षण को लेकर जो काम किया है, वह दीगर है। वस्तुतः मैं पूर्व विधायक अजय राय  अपने बड़े भाई स्व. अवधेश राय की हत्या का चश्मदीद गवाह हूं, जिसका मुकदमा अभी भी एमपी एमएलए कोर्ट, इलाहाबाद में चल रहा है। उनकी गवाही कुख्यात अपराधी मुख़्तार अंसारी के ख़िलाफ है।


पिछले दिनों उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मेरी सुरक्षा को लेकर छह फरवरी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भी लिखा था, जिसमे मैंने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की थी, पर हैरत की बात है कि उस पत्र को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा कोई यथोचित कार्यवाही नही की गई, बल्कि उलटे जो दस प्रतिशत व्यय पर मेरी सुरक्षा थी उसे भी हटा लिया गया, जोकि बेहद अफसोसनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी सुरक्षा को लेकर वर्तमान राज्य सरकार द्वारा जो रवैया अपनाया जा रहा है, वह बेहद अलोकतांत्रिक और गैरकानूनी है। इससे स्पष्ट प्रतीत होता है कि योगी आदित्यनाथ सरकार मेरी हत्या करवाने पर आमादा है। 


लोकतंत्र में विपक्ष का अर्थ शत्रु नहीं होता बल्कि सहयोगी हुआ करता है, पर दुर्भाग्य की बात है योगी सरकार को इसकी अहमियत ही नही मालूम। क्या राज्य सरकार की यह कार्यवाही यथोचित और कानून संगत है। मेरे द्वारा बार - बार अपनी सुरक्षा को लेकर जो चिंता व्यक्त की गई है, फिर भी अगर सरकार द्वारा कोई निर्णायक कार्यवाही नही किये जाने पर अगर मेरे साथ कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ सरकार की होगी।

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