मुख्तार अंसारी को रास्ते में ही टपकाने की थी साजिश! बिहार के विधायकजी ने दी थी 50 लाख की सुपारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी तब जेल के रास्ते में ही मारा जा सकता था। इसके लिए बकायदा 50 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। सुपारी दी थी बिहार के बाहुबली नेता ने, जो विधायक भी रह चुके हैं। मुख्तार को हटाने के लिए उस पर झपट्टा मारने वाला बाज भी आजाद हो गया था, बिहार की आरा जेल से, 23 जनवरी 2015 को ही। बिहार के भोजपुर जिले का मुख्यालय आरा के सिविल कोर्ट परिसर में मानव बम का इस्तेमाल कर खतरनाक अपराधी लंबू शर्मा को आजाद करा लिया गया था। अगर लंबू कुछ ही दिनों बाद दिल्ली पुलिस के हाथ नहीं लग जाता तो शायद यह खतरनाक साजिश कब की कामयाब हो चुकी होती। आज सुबह ही मुख्तार को पूरी तरह सुरक्षित तरीके से पंजाब की रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में शिफ्ट कर दिया गया। लेकिन इस दौरान जिस तरह की सुरक्षा व्यवस्था और किलेबंदी उत्तर प्रदेश की पुलिस को करनी पड़ी, उसके पीछे ऐसी ही साजिशों का अंदेशा था। इस बात को खुद यूपी के जेल मंत्री ने भी कबूल किया है।
अपनी ही गर्ल फ्रेंड को मानव बम बना जेल से भागा लंबू
मुख्तार को मारने के लिए आरा की जेल से कुख्यात अपराधी लंबू शर्मा को खतरनाक साजिश के तहत आजाद कराया गया था। लंबू की गर्ल फ्रेंड नगीना खुद मानव बम बनकर कोर्ट में गई और अपने आशिक को आजाद कराने में मारी गई। दावा किया जाता है कि नगीना को धोखे में रखकर यह काम करवाया गया। उसे पता नहीं था कि उसका इस्तेमाल मानव बम की तरह किया जाएगा। हालांकि लंबू शर्मा 23 जून 2015 को दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आ गया और तब बिहार, यूपी और दिल्ली की पुलिस को उसकी फरारी के पीछे के असली मकसद का पता चला था। इस पूरे खेल में उत्तर प्रदेश के एक और बाहुबली बृजेश सिंह का भी हाथ होने की बात सामने आई थी।
दिल्ली पुलिस ने किया था सनसनीखेज खुलासा
मंटू को दबोचने वाली दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया था कि वह मुख्तार को दुनिया से दूर करने की साजिश का अहम हिस्सा था। यह भी जानकारी सामने आई कि मंजू शर्मा को जेल से भगाने में भोजपुर जिले के अंतर्गत पीरो विधानसभा क्षेत्र के बाहुबली विधायक नरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ सुनील पांडेय ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, हालांकि खुद सुनील पांडेय ने इससे लगातार इंकार ही किया है। पुलिस के मुताबिक इस ग्रुप का प्लान था मुख्तार अंसारी को जेल से कोर्ट ले जाते वक्त बम धमाके में मार देना। इसके लिए आरा कोर्ट की ही तरह मानव बम का इस्तेमाल किया जाना था। इस पूरी साजिश में मुख्तार के एक करीबी के भी शामिल होने की बात आई थी। मुख्तार गैंग का सबसे बड़े दुश्मन बृजेश सिंह पूरी साजिश को लीड कर रहा था।
ऐसी साजिश को लेकर इस बार भी अलर्ट थी पुलिस
उत्तर प्रदेश के जेल मंत्री ने साफ तौर पर कहा था कि पुलिस मुख्तार को यूपी जेल तक सुरक्षित लाने के लिए पूरी रणनीति से काम कर रही है। इसके बावजूद बाहुबली विधायक के परिवार को चिंता है तो इसलिए कि मुख्तार ने पूरी जिंदगी गलत काम किए हैं और उनके केवल दुश्मन ही हैं। उन्होंने किसी भी भलाई नहीं की, सबका बुरा ही किया है। इसलिए उनकी जान को खतरा होना स्वभाविक है। शायद यही वजह है कि यूपी पुलिस ने मुख्तार को लाने के लिए यूपी पुलिस की पूरी फौज ही लगा दी थी। बिहार से सटे इलाकों में मुख्तार पर पहले भी हमला हो चुका है। बिहार के बक्सर और भोजपुर जिले में मुख्तार से खार खाए कई बाहुबली हैं। यूपी के विधायक कृष्णानंद राय, जिनके कई करीबी बिहार में हैं, की हत्या में मुख्तार का नाम प्रमुखता से आया था। कहा जाता है कि मुन्ना बजरंगी ने कृष्णानंद राय की हत्या के बाद उनकी चोटी काटकर मुख्तार को दी थी। दावा यह भी किया जाता है कि इससे जुड़ी मुख्तार की एक बातचीत तब यूपी एसटीएफ ने इंटरसेप्ट की थी, जब वह शायद मऊ जेल में था।
बिहार के सीमावर्ती जिलों से मुख्तार गैंग का गहरा नाता
आज जब मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल से यूपी की बांदा जेल तक सुरक्षित तरीके से शिफ्ट कर दिया गया है तो बिहार के बक्सर, भोजपुर, कैमूर और रोहतास जिलों में इसकी खास चर्चा है। बिहार के तमाम बाहुबली मुख्तार अंसारी को यूपी लाए जाने तक पूरी प्रक्रिया को लेकर लगातार लाइव अपडेट लेते रहे। मुख्तार के कई करीबियों ने तब तक चैन की सांस नहीं ली, जब तक की यूपी का बाहुबली विधायक सुरक्षित यूपी जेल तक पहुंच नहीं गया। बिहार के सीमावर्ती जिले बक्सर और भोजपुर में मुख्तार को चाहने वाले चिंता में सारी रात सोए तक नहीं हैं। ऐसी ही बेचैनी उसके दुश्मनों में भी थी। यूपी के गाजीपुर और बलिया से लगने वाले बिहार के तीन-चार जिलों में मुख्तार गैंग के कई ठिकाने हैं। बड़ी वारदातों के बाद इधर से उधर होने के लिए गैंग के अपराधी इन ठिकानों का इस्तेमाल करते हैं। बक्सर में यूपी की तरफ से प्रवेश करते ही गंगा पुल के ठीक पास जो बस्ती है, वहां मुख्तार के करीबियों का पसंदीदा स्पॉट है।