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मुख्तार अंसारी को राखी भी बांधती थी डा.अल्का राय, एंबुलेंस केस में पहुंची जेल

गाजीपुर न्यूज़ टीम, मऊ. भाजपा महिला मोर्चा की गोरक्ष प्रांत की महामंत्री और भारत विकास परिषद की महिला और बाल कल्याण विकास विभाग प्रांतीय प्रकल्प प्रमुख डाक्टर अल्का राय की गिरफ्तारी हो गई। पूछताछ के सोमवार को बारबंकी पुलिस ने मऊ से उठाया था। मुख्तार से संबंधों को लेकर की गई गिरफ्तारी से मऊ में खलबली मची है। मुख्तार को राखी तक डाक्टर बांधती थी।

वर्ष 2010 में गाजीपुर जेल में बंद मुख्तार के करीब डाक्टर अल्का राय आई थीं। इस दौरान अपने कुछ निजी मामले को लेकर मुख्तार से मिली थी। शहर में एक मकान को लेकर डाक्टर की मुख्तार ने मदद की थी। मुख्तार के करीबी उमेश सिंह ने मकान को लेने के बाद डाक्टर राय से खाली करने के लिये दबाव बनाया था। इसे लेकर मुख्तार से मिलने के बाद डाक्टर से मदद मुख्तार ने की थी। इसके बाद से संबंधों का दौर बना रहा। इन्हीं संबंधों को लेकर वर्ष 2013 में मुख्तार ने बाराबंकी से डाक्टर अल्का राय से कागजात लेकर एंबुलेंस लेकर बुलेट प्रुफ कराकर चला करता था। इसका खुलासा तब हुआ जब पंजाब के रोपण जेल से यूपी से नंबर से कोर्ट में पेशी हुआ था। इसी के बाद से यूपी सरकार ने पूरी मामले की जांच कराई थी। इसमें मुख्तार के संबंधों का खुलासा हुआ था।


भाजपा और संघ में भी रखती थीं डाक्टर अल्का राय

श्याम संजीवनी अस्पताल मालिकीन डाक्टर अल्का राय भाजपा और संघ में भी पहुंच रखती थीं। इसी पहुंच के चलते गोरक्ष प्रांत महिला मोर्चा की महामंत्री बनाई गयी थीं। भारत विकास परिषद की महिला एवं बाल कल्याण विकास विभाग प्रांतीय प्रकल्प प्रमुख की रुप में भी काफी लंबे समय से काम करती आ रही हैं। पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर प्रतिभाग करती थीं।


अस्पताल में पसरा सन्नटा, अपने भी जाने से कतराये

डाक्टर अल्का राय व इनके करीबी डाक्टर एसएन राय की बाराबंकी में सोमवार की रात को हुई गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को पूरे दिन जिले में खलबली मची रही। श्याम संजीवनी अस्पताल में जानकारी होते ही सन्नाटा पसर गया। अस्पताल बंद रहा। कर्मचारी भी नहीं थे। डाक्टर राय के अपने भी अस्पताल में आने से कतराते रहे। गिरफ्तारी की कार्रवाई को लेकर एक दूसरे से जानकारी लेते रहे।


वर्ष 2003 से दिल्ली से जनपद में आई थी डाक्टर राय

डाक्टर अल्का राय वर्ष 2003 में दिल्ली से मऊ में आई थीं। यहां से आने के बाद किराये के मकान में अपना अस्पातल चलाना शुरू किया था। यह महिला विशेषज्ञ डाक्टर हैं। जिले में मुख्तार की करीबी होने को लेकर विवादों के घेरे में रहीं। धीरे धीरे डाक्टर राय ने भाजपा और संघ के लिये भी कार्य करना शुरु कर दिया था।


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