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हर कोविड पॉजिटिव को उपचार देना हमारी जिम्मेदारी - CM योगी आदित्यनाथ

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते कहर के बीच में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बचाव तथा राहत का काम जारी है। कोरोना वायरस से संक्रमित सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को भी टीम-11 के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से प्रदेश में कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा की और सभी अधिकारियों को बचाव के निर्देश भी दिए।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम पर्याप्त मात्रा में मेडिकल ऑक्सीजन की व्यवस्था कर रहे हैं। ऐसे में अब किसी को भी ऑक्सीजन की कमी न हो। ऑक्सीजन की आपूर्ति हर दिन बढ़ती जा रही है। सरकार की तरफ से रुड़की, काशीपुर, मोदीनगर के साथ-साथ बोकारो आदि प्लांट से लगातार मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जा रही है। एमएसएमई इकाइयों को भी सीधे अस्पतालों से लिंक कर आपूर्ति कराई जा रही है। टाटा और रिलायंस समूहों की ओर से भी प्रदेश को ऑक्सीजन आपूर्ति का प्रस्ताव मिला है। सम्बंधित लोगों से संवाद कर तत्काल आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। सभी जिलों के प्रत्येक छोटे-बड़े अस्पताल की स्थिति पर नजर रखी जाए। जिसे भी जरूरत होगी, ऑक्सीजन जरूर मुहैया कराई जाए। मेडिकल ऑक्सीजन के सुचारु आपूर्ति-वितरण के लिए प्रदेश की सात संस्थाओं से ऑक्सीजन की ऑडिट भी कराई जा रही है। जिससे कि इस जीवनरक्षक निधि की कालाबाजारी न हो सके। ऑक्सीजन टैंकरों की संख्या बढ़ाये जाने के सम्बंध में विशेष प्रयास की जरूरत है। इसमें भारत सरकार से भी सहयोग प्राप्त किया जा सकता है। ऑक्सीजन टैंकर को जीपीएस से जोड़ते हुए इनके संचालन की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाए।


कोविड पॉजिटिव को उपचार देना हमारी जिम्मेदारी: मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी सरकारी अथवा निजी अस्पताल बेड उपलब्ध होने पर कोविड पॉजिटिव मरीज को भर्ती के लिए मना नहीं किया जा सकता है। सभी कोविड संक्रमित को इलाज देना हमारी जिम्मेदारी है। यदि किसी भी सरकारी अस्पताल में बेड उपलब्ध नहीं है, तो संबंधित अस्पताल उसे अपने स्तर से निजी चिकित्सालय में रेफर करेगा। निजी हॉस्पिटल में मरीज भुगतान के आधार पर उपचार कराने में यदि सक्षम नहीं होगा, तो ऐसी दशा में राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना के तहत अनुमन्य दर पर वहां उसके इलाज का भुगतान करेगी। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से संक्रमित को जो अस्पताल आवंटित किया गया है, वहां उसे एडमिट करना अनिवार्य है। जिलाधिकारी सुनिश्चित कराएं। अन्यथा की दशा में जिम्मेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री कार्यालय से इसकी मॉनिटरिंग की जाए। आम जन को सुविधा व राहत देने में सरकार अपना सर्वश्रेषïठ देने में लगी है। हर दिन की परिस्थितियों पर दृष्टि रखते हुए शासन से हर दिन नीतिगत प्रयास हो रहे हैं। सभी मंडलायुक्त/जिलाधिकारी शासन के सतत संपर्क में रहें। व्यापक जनहित में कोई निर्णय लेने से पूर्व शासन को अवगत जरूर कराएं।


जरूरत पडऩे पर लें कोविड से लड़ाई जीतने वाले डॉक्टर्स की सेवा: सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अब प्रदेश में कोरोना वायरस को मात देने वाले डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ व सुरक्षाकर्मियों की सूची तैयार होगी। जिलावार तैयार की जाने वाली इस सूची में वो लोग शामिल होंगे जो संक्रमित होने के बाद ठीक हुए हैं और अपनी सेवाएं देने को इच्छुक हैं। उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने डॉक्टरों, सुरक्षा कॢमयों, पैरामेडिकल स्टाफ की जिलावार सूची तैयार करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने आवश्यकता पडऩे पर इन लोगों को अस्पतालों में तैनात करने का निर्देश दिया है।


टीकाकरण अभियान को लेकर तैयारियां तेज: देश कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन पर भी जोर दिया जा रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार ने एक मई से शुरू हो रहे टीकाकरण अभियान को लेकर तैयारियां तेज कर दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया था कि दोनों स्वदेशी वैक्सीन निर्माता कंपनियों को 50-50 लाख डोज का ऑर्डर दे दिया गया है। कोवैक्सीन की की 50 लाख डोज और कोविशील्ड की 50 लाख डोज का ऑर्डर दिया गया है। इसके साथ केंद्र सरकार भी उत्तर प्रदेश को वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराएगी।


टेलीकंसल्टेशन भी जरूरी: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में प्रदेश के अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं स्थगित हैं। ऐसे में नॉन कोविड मरीज काफी प्रभावित होंगे। ऐसी स्थिति में टेलीकन्सल्टेशन को बढ़ावा दें। कोविड होम आइसोलेशन व नॉन कोविड मरीजों के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की सूची तथा संपर्क माध्यम का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। होम आइसोलेशन में इलाजरत मरीजों से सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से हर दिन संवाद बनाया जाए। उन्हेंं न्यूनतम एक हफ्ते की अवधि के लिए मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए। स्वास्थ्य मंत्री के स्तर से मेडिकल किट वितरण व्यवस्था की जिलेवार समीक्षा की जाए। सीएमओ की जवाबदेही तय की जाए। दवाओं का कोई अभाव नहीं है। अस्पतालों में इलाजरत मरीजों से हर दिन संवाद बनाया जाए।


किसी भी जीवन रक्षक दवा का अभाव नहीं: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में रेमेडेसीवीर जैसी किसी भी जीवनरक्षक दवा का प्रदेश में अभाव नहीं है। हर दिन इसकी आपूर्ति बढ़ रही है। जिलों की मांग को देखते हुए रेमेडेसीवीर के पर्याप्त वॉयल उपलब्ध कराए जाएं। हमारी सभी सरकारी अस्पतालों में यह इंजेक्शन नि:शुल्क उपलब्ध है, जरूरत होगी तो निजी अस्पतालों को भी तय दरों पर रेमेडेसीवीर मुहैया कराई जाए। इसके साथ-साथ इसकी कालाबाजारी पर पुलिस लगातार नजर रखे।

 
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