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कोरोना से मर चुके एसीएमओ की ड्यूटी लगाकर जारी कर दिया नाम और नम्बर, बेटा परेशान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, भदोही. भदोही में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। कोरोना से पिछले साल ही मर चुके एसीएमओ की कोविड अभियान में ड्यूटी लगा दी गई। उनका नाम और फोन नम्बर भी सार्वजनिक कर दिया गया। अब लगातार फोन आने से एसीएमओ का बेटा परेशान है। सूबे के सबसे छोटे जनपद भदोही में भी कोरोना तांडव मचा रहा है। मरीजों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। लगातार मिल रही शिकायतों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया है। उनकी तल्खी के बाद विभाग की तंद्रा भंग हुई और छह सदस्यीय टीम का गठन करने के साथ ही उनका मोबाइल नंबर भी जारी कर दिया गया है। सीएमओ डा. लक्ष्मी सिंह की तरफ से कोरोना के गंभीर रोगियों के उपचार, अन्यत्र भर्ती कराने तथा किसी प्रकार की जानकारी के लिए उक्त टीम का गठन किया गया है। कहा गया कि मरीज और तीमारदार उनसे संपर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं। 

यह लिस्ट और नम्बर जारी

1.जिला क्षय रोग अधिकारी डा. एसपी सिंह टेली मेडिसिन, ई-संजीवनी मोबाइल  नंबर 9415239210

2.डा. जेपी सिंह बीएचयू में भर्ती के लिए मोबाइल नंबर 9140875800, 9415892184

3.डा.वीके सिंह प्रभारी कोविड अस्पताल एल टू प्रभारी भदोही से कोविड अस्पताल में भर्ती के लिए मोबाइल नंबर 9839574010

4.जिला सर्विलांस अधिकारी डा. अमित कुमार दुबे से परामर्श के लिए 9936435433

5.सेनेटाइज कार्य के लिए जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे 7355282989

6.कोविड-19 की सेंपलिंग के लिए डा. अजीत पाठक 9415985544 


मृत एसीएमओ को बीएचयू में भर्ती कराने की जिम्मेदारी

छह अधिकारियों की लिस्ट में दूसरे नम्बर पर कोरोना से मर चुके डॉक्टर जेपी सिंह का नाम और नम्बर जारी कर दिया गया। बताया गया कि बीएचयू में भर्ती होने के लिए जेपी सिंह के मोबाइल पर सम्पर्क किया जा सकता है। यह गलती जेपी सिंह के परिवार के लिए परेशानी का सबब बन गई। बेटे के मोबाइल पर बीएचयू में भर्ती कराने के लिए लगातार फोन आने लगे। जेपी सिंह के बेटे जगरनाथ ने बताया कि जिला स्वास्थ्य विभाग की कारस्तानी के कारण उनका परिवार अपसेट है। मोबाइल नंबर जारी होने के बाद लगातार फोन आ रहे हैं। इससे उनकी नींद गायब है। कहा कि पिता की मौत के महीनों बाद भी विभाग द्वारा उनका नाम सूची में डाल दिया जाना समझ से परे हैं। 


सीएमओ बोले क्लर्कीयल मिस्टेक

स्वास्थ्य विभाग की इस गलती पर सीएमओ का कहना है कि यह क्लर्कीयल मिस्टेक है। हमारे यहां दो डॉक्टर जेपी सिंह हैं। डॉक्टर जेपी  सिंह-1 और डॉक्टर जेपी सिंह-2 हैं।

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