Today Breaking News

युवक की आंख पर पट्टी बांधकर क्या पुलिस ने हाथ-पैर में ठोंकी कील? एसएसपी ने बताई साजिश

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बरेली. यूपी पुलिस पर अक्सर किसी न किसी बात को लेकर आरोप लगते रहे हैं। जिसके चलते पुलिस की कई बार किरकिरी भी हो चुकी है, लेकिन इस बार पुलिस पर जो आरोप लगे हैं वह बेहद गंभीर हैं। मामला यूपी के बरेली जिले का है। यहां की पुलिस पर युवक को चौकी के अंदर हाथ-पैर बांधकर पीटने का आरोप लगा है। आरोप है कि पुलिस ने युवक की आंखों में पट्टी बांधकर पहले पीटा फिर उसके हाथ और पैरों में कील ठोंक दी। युवक के हाथ और पैरों में कील लगी फोटो के साथ पुलिस पर लगे आरोपों का मैसेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि पुलिस जांच पड़ताल में मामला झूठा निकला है। एसएसपी ने भी पुलिसकर्मियों पर लगाए गए आरोपों को गलत बताया है। पुलिस का कहना है कि युवक के खिलाफ दो दिन पहले थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। युवक ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस कर्मियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। षड़यंत्र रचकर युवक ने हाथ-पैरों में कील ठोकी है। 

बारादरी की जोगी नवादा निवासी शीला देवी बुधवार को अपने बेटे रंजित को लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंची। जिन्होंने जोगी नवादा पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया कि 24 मई की रात को लगभग 10 बजे उनका बेटा रंजित घर के बाहर था और अचानक तीन पुलिस कर्मियो ने आकर उसे मास्क ना लगाने पर पकड़ लिया। जिसकी जानकारी उन्हें हुई तो चौकी पहुंची और पुलिस कर्मियों ने कुछ नहीं बताया। इसके कुछ देर बाद पुलिस ने बताया कि खेड़े की तरफ बेटे रंजित को देखा गया है। वहां पहुंचने पर देखा तो रंजित मरणा अवस्था में पड़ा था और दोनों हाथ व पैरो में कीले गड़ी है। युवक के हाथ और पैरों में कीले गड़ी होने की फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन मामले की जांच करवाई गई। 


युवक के खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा, गिरफ्तार से बचने को रचा षड़यंत्र

एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि इस मामले की जांच कराई गई है। जिसमें पता चला है कि 24 को मास्क के लिये टोकने पर पुलिस के साथ रंजित ने पुलिस कर्मियो के साथ अभद्रता की थी और मारपीट के लिये हमलावर हो गया था। वहीं इसके बाद रंजित के खिलाफ कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई थी और रंजित वहां से भाग गया था। मंगलवार को भी आरोपी के घर पुलिस ने दबिश दी थी। एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तारी से बचने के लिये रंजित ने यह षड़यंत्र रचा है और मामला सोमवार रात का है। जबकी दो दिन बाद किल ठोंक कर वह शिकायत करने आया है। इस मामले में पुलिस कर्मियों का कोई दोष सामने नहीं आया है।

'