Ghazipur: जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल में परखे इंतजाम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कोरोना संक्रमण को रोकने और मरीजों को इलाज समेत आक्सीजन की उपलब्धता का जिला अस्पताल पहुंचकर डीएम एमपी सिंह ने जायजा लिया। उन्होंने कोरोना वार्ड में जाकर चिकित्सकों की कार्यशैली, उपचार का तरीका और इंतजाम भी परखे। डीएम एमपी सिंह जिला अस्पताल का निरीक्षण कर सभी बिंदुओं पर जांच की। डीएम ने जिला चिकित्सालय में स्थापित स्टाल हो रहे ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया और मशीन को ऑपरेट करने वाले संस्था से वार्ता हुई संभावना है, बुधवार को अस्पताल में मशीन को आपरेट कर देगे। कोरोना के अलावा मरीज के पास एक तीमारदार को रहने का निर्देश देते हुए हर बीमार को इलाज की बात कही। पुलिस चौकी में ताला लगादेखकर नाराजगी जताई।
जिला अस्पताल में डीएम एमपी सिंह के पहुंचते हीं स्वास्थ्यकर्मियों में हडकंप मच गया। ट्रामा सेन्टर, इमजेंसी वार्ड, कोरोना वार्ड, आइसोलेसन वार्ड, मेडिकल वार्ड-1, मेडिकल वार्ड-2, सी सी यू वार्ड, महिला वार्ड, बर्न वार्ड तथा चिकित्सालय के प्रत्येक तल, चिकित्सालय परिसर, वृद्धा वार्ड सहित सभी वार्डों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। मरीजों और उनके परिजनों से अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली एवं सभी चिकित्साधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दियें। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि मरीजो को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जाये। आक्सीजन उपलब्ध होने के बावजूद भी अगर किसी भी मरीज द्वारा शिकायत की गयी तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। चिकित्सालय में प्रयोग आ रहे प्रत्येक ऑक्सीजन सिलेंण्डर का मेरे द्वारा जानकारी रखी जा रही है। जिलाधिकारी ने इमजेंसी वार्ड एवं कोविड-नान कोविड वार्ड मे भर्ती मरीजो के साथ परिवार के एक से अधिक सदस्य होने तथा वार्ड में भीड़-भाड़ की स्थिति देखते हुए उन्होने नाराजगी व्यक्त करते हुए लोगो से अपील की कि मरीज के साथ केवल एक ही व्यक्ति सहयोग हेतु रहे।
अधिक लोगों के रहने के कारण संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है। जिलाधिकारी ने जिला चिकिसालय में बनाई गयी पुलिस चौकी कक्ष का ताला बंद होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल स्टाफ लगाने का निर्देश दिया। परिसर में इण्टर लॉकिंग व्यवस्था सही कराने, बेतरतीब ढंग से पड़े ईट,मिट्टी के ढेर को तत्काल हटवाने का निर्देश दिया। जिला चिकित्सालय मे पीने के पानी का नल जो लिकेज था उसे एक घण्टे के अन्दर पलंबर बुलाकर सही कराने का निर्देश दिया। वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी को कहा कि परिसर में केवल एम्बुलेंस की ही पार्किग व्यवस्था रहे अन्य वाहनो को परिसर में खड़ा न करने दिया जाये तथा बंद पडे लिफ्ट मशीन को मैकेनिक बुलाकर सही कराते हुए चालू कराने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में भर्ती मरीजों संख्या का देखते हुए एनआरसी-1, एनआरसी-2 तथा तृतीय तल पर खाली पड़े हॉल में पर्याप्त व्यवस्था होने पर उसकी साफ-सफाई कराते हुए बेड लगवाकर भर्ती मरीजो के लिए वार्ड बनाने तथा प्रत्येक वार्ड में पर्याप्त चिकित्साकर्मियो की ड्यूटी लगाने का सख्त निर्देश दिया ताकि किसी भी मरीज को शिकायत का मौका नहीं मिले तथा उसे बेहतर ईलाज मिल सके। इस दौरान उन्होने इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी जीसी मौर्या, डा. राजेश सिंह, तहसीलदार मुकेश सिंह, पवन कुमार मीणा, ज्वाईन्ट मजिस्ट्रेट प्रतिभा मिश्रा आदि मौजूद रहें।