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गोरखपुर जेल में एक बंदी की कोरोना से मौत, 65 अंतरिम जमानत पर रिहा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. गोरखपुर जिला कारागार में जालसाजी के आरोप में निरुद्ध बंदी की मंगलवार को कोराेना संक्रमण की वजह से मौत हो गई। बंदी की मौत की खबर मिलने से बैरक में साथ रहने वाले साथी खौफजदा है। जेल प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंगलवार की शाम 65 बंदियों को रिहा किया। सभी सात साल से कम की सजा वाले मामले में निरुद्ध थे।आगे भी कुछ लोगों को छोड़ा जाएगा, जिनकी सूची तैयार की जा रही है।पिछले 250 बंदी अंतरिम जमानत और 26 कैदी पैरोल पर छूटे थे। 

देर रात तक तय नहीं हो पाया संक्रमित बंदी का पोस्टमार्टम

गोरखनाथ थाना क्षेत्र के विकासनगर निवासी राजेश यादव दो माह पहले जालसाजी के मामले में जेल गया था। मंगलवार की सुबह उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। बंदी रक्षक जिला अस्तपाल ले गए। जांच में कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि होने पर राजेश को टीबी अस्पताल नंदानगर भेज दिया गया। अस्पताल पहुंचते ही उसकी मौत हो गई। कोरोना संक्रमित बंदी के शव का पोस्टमार्टम होगा या नहीं देर रात तक यह तय नहीं हो पाया। पुलिस ने शव मेडिकल कालेज के मोर्चरी में रखवा दिया है। स्वजन अधिकारियों के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा रामधनी ने बताया कि सीएमआे को मामले की जानकारी दे दी गई है। गाइडलाइन के अनुसार वह निर्णय लेंगे। 


क्षमता से ज्यादा हैं बंदी

जिला कारागार में 1700 से ज्यादा बंदी हैं। इनमें सजायाफ्ता कैदियों की संख्या 180 है।जेल की क्षमता मात्र 868 बंदियों की है।जेल में बुजुर्ग बंदियों की संख्या अच्छी-खासी है। जेल प्रशासन 60 साल से अधिक उम्र के बंदी और कैदियों भी सूची तैयार कर रहा है।


वन स्टाप सेंटर से भागी दो किशोरी

आशा ज्योति केंद्र के वन स्टाप सेंटर से सोमवार की रात सिकरीगंज क्षेत्र की रहने वाली दो किशोरी भाग गई। मंगलवार की सुबह जानकारी होने पर सेंटर के प्रभारी ने गुलरिहा पुलिस को जानकारी दी।सर्विलांस की मदद से पुलिस दोनों की तलाश में जुटी है।


सिकरीगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी को गांव के युवक ने अगवा कर लिया था। अपहरण का केस दर्ज कर पुलिस ने 20 अप्रैल को उसे बरामद कर आरोपित को जेल भेज दिया था। सिकरीगंज क्षेत्र की रहने वाली दूसरी किशोरी को दिल्ली के रहने वाले युवक ने अगवा किया था, जिसे पुलिस ने 12 को अप्रैल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।


डाक्टरी परीक्षण व कोर्ट में बयान दर्ज कराने के लिए दोनों पीड़ित को बीआरडी मेडिकल कालेज में बने आशा ज्योति केंद्र के वन स्टाप सेंटर में रखा गया था। सोमवार की रात में किचन की खिड़की खोलकर दोनों भाग गईं।प्रभारी निरीक्षक गुलरिहा मनोज पाठक ने बताया कि दोनों की तलाश चल रही है। जल्द ही उन्हें ढूंढ लिया जाएगा।

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