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एक तरफ पुलिस कर रही तलाश, दूसरी तरफ धनंजय सिंह ने निकाला जुलूस, एफआईआर दर्ज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, जौनपुर. जौनपुर में पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर एक और एफआईआर दर्ज की गई है। खुटहन थाना पुलिस ने धनंजय सिंह और एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू समेत 150 लोगों के खिलाफ महामारी एक्ट व लॉकडाउन के उल्लंघन की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह कार्रवाई नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य के घर जुलूस की शक्ल में सोमवार की शाम बधाई देने पहुंचने पर की गई है।

जिला पंचायत के वार्ड नंबर-17 से सदस्य निर्वाचित हुईं पटैला गांव निवासी ओलेमा कौंसिल के प्रदेश उपाध्यक्ष शहाबुद्दीन की चाची अकीला बानो को पूर्व सांसद व एमएलसी गाजे-बाजे, समर्थकों व वाहनों के काफिले के साथ बधाई देने पहुंच गए। किसी ने इसकी वीडियो रिकार्डिंग कर वाराणसी जोन के आईजी, डीआईजी व जिले के आला अधिकारियों को भेजने के साथ ही वायरल कर दिया। 


संज्ञान में आते ही पुलिस प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए पूर्व सांसद समेत डेढ़ सौ व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया। थाना प्रभारी निरीक्षक इंस्पेक्टर त्रिवेणी लाल सेन ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर उचित कार्रवाई की जा रही है।


इससे पहले अजीत सिंह हत्याकांड में वांछित धनंजय सिंह की तलाश में मंगलवार को पुलिस ने उनके गृहगांव बनसफा स्थित आवास पर छापेमारी की। आधे घंटे तक गहन तलाशी ली, लेकिन धनंजय सिंह के न मिलने पर खाली हाथ लौट गई।एएसपी (ग्रामीण) त्रिभुवन सिंह दोपहर बाद सीओ सदर रण विजय सिंह, शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार मिश्र, लाइन बाजार, सिकरारा, बक्शा, मछलीशहर समेत कई थानों की फोर्स व एसओजी टीम के साथ पूर्व सांसद के गृहगांव धमक पड़े। अचानक भारी फोर्स की दबिश से आवास पर मौजूद उनके यहां काम करने वाले लोग घबरा गए। पूरे गांव में खलबली मच गई। बरामदे में मौजूद एमएलसी बृजेश कुमार सिंह प्रिंसू बाहर आए।


आजमगढ़ के पूर्व विधायक सीपू सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की लखनऊ में गैंगवार में हत्या के मामले में लखनऊ के विभूतिखंड थाना पुलिस ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को मुख्य साजिशकर्ता के रूप में आरोपित किया है। अदालत ने पिछले माह पूर्व सांसद को आत्मसमर्पण के लिए दो सप्ताह की मोहलत दी थी। मियाद बीत जाने के बाद भी सरेंडर न करने पर वारंट जारी कर दिया है।

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