रोती हुई बच्ची स्मृति ईरानी से बोली, लोहिया संस्थान में मेरी मां से छेड़खानी हुई है, फिर..
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. लोहिया संस्थान में कोरोना व ब्लैक फंगस पीड़ित महिला ने डॉक्टर- कर्मचारियों पर छेड़छाड़ व मारपीट के गंभीर आरोप लगाए हैं। डरी सहमी महिला ने अस्पताल से मनमर्जी से छुट्टी करा दी। इसके बाद पीड़ित ने पूरी दास्तां परिवारीजनों से साझा की। पीड़िता की बेटी ने जिले के दौरे पर आई स्थानीय सांसद व केंन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से मामले की शिकायत की। केंद्रीय मंत्री ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जिले के नगरपालिका क्षेत्र गौरीगंज निवासी व्यक्ति ने डा. राम मनोहर लोहिया इंस्टीटयूट लखनऊ के स्टाफ पर अपनी 40 वर्षीय पत्नी के साथ छेड़खानी व मारपीट का आरोप लगाया है।
अमेठी स्थित नगर पालिका गौरीगंज के वार्ड निवासी 40 वर्षीय महिला को बीती छह जून को तबीयत खराब हुई। परिवारीजनों ने उन्हें गौरीगंज के संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया। तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने महिला को लोहिया संस्थान रेफर कर दिया। परिवारीजन मरीज को लेकर लोहिया की इमरजेंसी में पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने जांच की। जांच में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। महिला के चेहरे पर सूजन की। डॉक्टरों ने ब्लैक फंगस बताया। प्राथमिक इलाज के बाद महिला को शहीद पथ स्थित मातृ शिशु रेफरल (कोविड हॉस्पिटल) हॉस्पिटल के चौथे तल पर भर्ती कराया गया। यहां बेड नम्बर 85 पर महिला का इलाज शुरू हुआ।
कोविड अस्पताल होने के नाते डॉक्टरों ने तीमारदारों को मरीज के साथ रुकने से रोका दिया। बहुत निवेदन करने पर जब उसे मरीज से मिलने दिया गया तो उसकी हालत खराब थी। महिला ने बताया कि डॉक्टर व कर्मचारी ने उसे मारा-पीटा। उसके साथ गलत हरकत की गई है। घटना से महिला डरी-सहमी है। घबराए परिवारीजनों ने आनन-फानन शुक्रवार को मरीज को डिस्चार्ज करा लिया। मरीज को गौरीगंज स्थित जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
शनिवार को ऑक्सीजन प्लांट का शुभारंभ करने आई केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से पीड़िता के परिजनों ने मुलाकात की। महिला की बेटी ने रो-रोकर स्मृति से फरियाद की। जिसके बाद स्मृति ने डीएम, एसपी व सीएमओ से वार्ता कर मामले में कार्रवाई के निर्देश दिये।
जांच कराई जाएगी
एसडीएम, सीओ व एसीएमओ की जांच कमेटी मामले की जांच करेगी। महिला में ब्लैक फंगस के लक्षण बताए जा रहे हैं। इसका इलाज मेडिकल कालेज में ही उपलब्ध है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद आवश्यक कार्रवाई होगी।- अरुण कुमार, डीएम अमेठी
मरीज को गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया था। परिवारीजन अपनी मर्जी से मरीज को डिस्चार्ज कराकर ले गए हैं। मरीज से मारपीट व छेड़छाड़ के आरोप बेबुनियाद हैं। अभी तक कोई शिकायत भी प्राप्त नहीं हुई है। मरीज को गंभीर अवस्था में भर्ती किया गया था।-डॉ. श्रीकेश सिंह, प्रवक्ता, लोहिया संस्थान