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Ghazipur: वैक्सीन खत्म होने पर सीएमओ कार्यालय में हंगामा और मारामारी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा पर मरीजों के सैंपल जांच सहित कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। लोगों में वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे लोग भीड़ की शक्ल में जमा हो गए। कोरोना प्रोटोकॉल तार तार होता दिखा। हैरत की बात यह कि इस इस दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद अधिकारी और कर्मचारी भी लापरवाह बने रहे। बुधवार को केंद्र पर 87 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया।

जिले में 18-44 वर्ष तक के लोगों की वैक्सीन खत्म होने के बाद जगह-जगह खूब हंगामा हुआ। सीएमओ कार्यालय में तो हद ही हो गई। वैक्सीन न होने पर 20-25 युवाओं का एक ग्रुप बुधवार की दोपहर सीएमओ कार्यालय पहुंचा और जमकर हंगामा किया। यहां पुलिस बुलानी पड़ी। हंगामा के साथ कुछ लोग पुलिस से उलझ गए। इस पर हल्का बल प्रयोग कर पुलिस तीन को उठा ले गई और चालान कर दिया।


युवाओं का ग्रुप जिला अस्पताल में टीका लगवाना गया था। उसमें करीब आधा दर्जन लड़कियां भी शामिल थीं। भाषा से वह किसी अन्य जिले के लग रहे थे। उनका नौ जून का स्लाट बुक था, लेकिन जब उन्हें पता चला कि 18 से 44 वर्ष वाली वैक्सीन खत्म हो गई है तो वह आक्रोशित हो गए और पास ही स्थित सीएमओ कार्यालय पहुंच गए। यहां हंगामा करने पर पुलिस बुलानी पड़ी। कोतवाली प्रभारी विमल कुमार मिश्र ने बताया कि हंगामा कर रहे एक युवक व दो युवतियों का चालान किया गया है।


सेवराईं तहसील क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा पर भी बुधवार को कोविड-19 वैक्सीन खत्म होने पर लाइन लगाए 18 वर्ष 44 वर्ष के लोगों ने हंगामा किया। चिकित्साकर्मी समझाते रहे कि वैक्सीन खत्म हो गई है, आने के बाद सबको लगाया जाएगा, लेकिन वह अपना नंबर होने का हवाला देते हुए वैक्सीन लगवाने की जिद पर अड़े रहे। प्रभारी अधीक्षक चिकित्सा अधिकारी डा. रवि रंजन ने लोगों को काफी समझाया कि जिसका स्लाट नौ जून को बुक है, उसे 14 जून को टीका आने के बाद लगाया जाएगा। अधीक्षक ने बताया कि नौ जून को 200 लोगों का स्लाट बुक था। हालांकि यहां 70 महिलाओं को टीका लगाया गया।


18 से 44 वर्ष के लोगों वैक्सीन खत्म हो गई है। अब इसके रविवार तक आने की संभावना है। उसके बाद उन्हें लगाई जाएगी। जिनका स्लाट बुक है, सभी को लगाया जाएगा। हालांकि 45 वर्ष से ऊपर वालों व महिला केंद्रों पर टीका लगाया जा रहा है।- डा. उमेश कुमार, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी।

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