Today Breaking News

गाजीपुर गंगा नदी में बढ़ाव बदस्तूर जारी, शुरू हुआ पलायन, भारी तबाही की आशंका - Ghazipur Ganga Flood News

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में गंगा नदी का बढ़ाव बदस्तूर जारी है। आज दोपहर दो बजे तक गंगा नदी का पानी 64.030 मीटर रिकार्ड किया गया। गंगा के साथ सहायक नदियां बेसो, कर्मनाशा एवं गोमती का भी बढ़ाव जारी है। गंगा में बढ़ाव से इलाकाई लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं, दर्जन भर गांवों से पलायन शुरू हो गया है। पानी बढ़ने से मुहम्मदाबाद में कटान का सिलसिला तेज हो गया है। वहीं गंगा पार के कई गांव के लोग अपने पशुओं को लेकर पलायन कर ऊंचे स्थान पर आ गए हैं।

नगर के गंगा घाटों के सभी फर्श करीब-करीब डूब चुके हैं। गंगा का पानी नालों के सहारे नगर में प्रवेश कर रहा है। शहर के बंधवा के निचले हिस्से में गंगा का पानी प्रवेश कर चुका है। नाला पूरी तरह से भर गया है। डीएम बंगले स्थित शास्त्रीनगर के पास पुलिया में पड़ी दरार को देखते हुए उसके आसपास बैरिकेडिग कर दी गई है। दक्षिण छोर से आवागमन बंद कर दिया गया है। वहीं गंगा पार के सब्बलपुर, मतसा बाण एवं गोविदपुर मौजा के लोग अपने पशुओं को लेकर ऊंचे स्थान पर आ गए हैं। 

किसानों को पशुओं के चारे का संकट हो गया है। मलसा  बढ़ती हुई गंगा क्षेत्र में लोगों को परेशानी में डाल दी है। एक तरफ जहां पशुओं का चारा पानी में डूब गया है वहीं दूसरी तरफ सैकड़ों बीघे परवल की खेतों में भी पानी भर जाने से किसानों को ज्यादा नुकसान हुआ है। क्षेत्र के बैरनपुर खाव पूरा, चक मेंदनी नंबर 1, देवरिया आदि गांव में परवल की सैकड़ों बीघे में खेती होती है। 

एनएच 24 पर मेदनी चक नंबर 1, देवरिया, भगीरथपुर के पास गंगा सड़क को छूने को बेताब हैं वहीं पुलिस चौकी देवरिया के चारों तरफ पानी से आ जाने जाने के कारण वहां के लोग मलसा स्थित गुरुकुल पतंजलि विद्यापीठ में शरण हो गए हैं। चक मेदनी स्थित प्राथमिक विद्यालय के चारों तरफ से पानी से घिर जाने के कारण विद्यालय को भी बंद कर दिया गया है। यदि इसी तरह गंगा का बढ़ाव जारी रहा तो स्थित विषम होगी।

गांवों में बढ़ा संकट, नाव का ले रहे सहारा

गाजीपुर जिले के भदौरा में तीन दिनों से कर्मनाशा नदी के जलस्तर में बेतहाशा बढ़ोतरी होने से सेवराई तहसील क्षेत्र के भतौरा गांव के जनमेजय राम, जितेंद्र राम, लालबहादुर राम, हरिहर राम, राजनारायण राम, शिवशंकर कुशवाहा, रमाशंकर कुशवाहा, मुन्ना राम, विनोद राम के घर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया। इससे पीड़ित अपने घरों से पलायन करने को मजबूर हैं। वहीं, क्षेत्र के बारा, कुतुबपुर, मगरखाई, सायर, भतौरा, हरिकरनपुर आदि मार्गों पर गंगा एवं कर्मनाशा का पानी आ गया है। 

इससे लोग अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने के लिए नाव का सहारा ले रहे हैं। नदियों के पानी में वृद्धि होने से जहरीले जीव जंतु भी घरों में घुस रहे हैं। क्षेत्र के आधा दर्जन संपर्क मार्ग प्रभावित होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। सोमवार की दोपहर बाढ़ को ध्यान नजर रखते हुए ग्राम प्रधान आजाद खां बारा गांव का दौरा कर बाढ़ प्रभावित लोगों से मिले और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। वहीं, सेवराई एसडीएम रमेश मौर्य बाढ़ प्रभावित लोगों को तत्काल आर्थिक मदद देने के लिए कहा। 

तटवर्तीय क्षेत्र की सैकड़ों बीघे फसलें जलमग्न

गंगा एवं कर्मनाशा के उफान की चपेट में आए बारा, कुतुबपुर, मगरखाई, हरिकरनपुर, भतौरा, दलपतपुर, सायर, रायसेनपुर, देवल, सुरहां, अमौरा दर्जनों गांवों के तटवर्ती क्षेत्र की खरीफ की फसलें और सब्जियां जलमग्न हो गई हैं। कई किसान यहां बटाई पर खेत लेकर धान व बड़े पैमाने पर हरी सब्जियों की खेती करते हैं। 

बरसात से बाढ़ प्रभावितों की समस्याएं बढ़ी

गाजीपुर जनपद के खानपुर क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों में बरसात की पानी ने लोगों की मुसीबतें और बढ़ा दी है। गंगा सहित गांगी गोमती नदियों के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। रविवार की रात पानी के बढ़ाव की गति धीमी रहने से लोगों ने राहत की सांस ली है। गंगा के पानी से औड़िहार, शादिभादि, पटना, कुसही, हथौड़ा, खरौना के सभी खेत जलमग्न होने के बाद रिहायशी इलाकों के लोग परेशान हैं। कई नाविक परिवार अपने नौकाओं में शरण लिए हुए है। 

दर्जनों परिवार खुले आसमान के नीचे गुजर बसर करने को विवश हैें। लोगों का कहना है बाढ़ से घिरे बस्तियों के किनारे कुछ छोटी नौका खड़ी कर अधिकारी अपने काम को इतिश्री मान लिए है। गोमती अपने तीव्र प्रवाह से भारी कटान कर गौरहट, गौरी और नुरुद्दीनपुर के जमीनों को गोमती लील रही है। चारों तरफ पानी से घिर टापू बने गौरहट और तेतारपुर के लोगों की मुसीबत बरसात में और बढ़ जा रही है। पशुओं को चारा सहित छाया की बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। गौरहट तेतारपुर के लोग दैनिक सामानों और इलाज के लिए गाजीपुर जनपद को छोड़ वाराणसी की ओर नौका से जा रहे हैं। बच्चों और महिलाओं को बुखार, आंख लाल होना और खुजली की समस्या हो रही है।

'