Today Breaking News

नेशनल हाईवे 31 पर नोटिस-नोटिस खेल रहे अफसर, भाजपा विधायकने पीएम मोदी को लिखा पत्र

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. राष्ट्रीय राजमार्ग-31 की दुर्दशा बढ़ती जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर सड़क को लेकर मुहिम चल रही है। एनएच के फोटो के साथ काला झंडा युवा शेयर कर रहे हैं। इसके बाद भी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी सिर्फ नोटिस-नोटिस खेल रहे हैं। जयपुर की कंपनी के खिलाफ कड़ा एक्शन नहीं लिया जा रहा है। सिर्फ पत्र जारी किये गये हैं। एक साल पहले 102 करोड़ का टेंडर हुआ था।

गाजीपुर से बलिया के मांझी घाट तक 130 किमी की यह सड़क नहीं बन सकी। सड़क पर जानलेवा गड्ढे हैं। वाहन 20 या 30 की स्पीड में ही चल पा रहे हैं। रोज दुर्घटनाएं हो रहीं हैं। दर्जनाें लोगों की मौत हो गई, फिर भी जिम्मेदार जनता को गुमराह कर रहे हैं। प्रति दिन छोटे बड़े लगभग 10 हजार वाहनों का परिचालन होता है।

विधायक ने लिखा प्रधानमंत्री को पत्र

एनएच-31 को लेकर बैरिया के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। कहा कि एनएचएआइ के अधिकारी सड़क की मरम्मत के नाम पर बलिया के लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। वह सरकार को बदनाम करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। इस बात की शिकायत किससे की जाए। जनता रोज सवाल कर रही है। मैं जनता की पीड़ा को आप तक पहुंचा रहा हूं। इसके लिए भूतल परिवहन मंत्री के संज्ञान में दिया जाए ताकि इसकी जल्द मरम्मत हो सके।

बैरिया में कराया पांच किमी कार्य, वह भी उखड़ा

जून 2020 में जयपुर की कंपनी कृष्णा इंफ्रास्ट्रक्चर को टेंडर मिला। कार्य अवधि एक साल दी गई। बैरिया में मात्र पांच किमी कार्य कराया। यहां दोबारा गड्ढे हो गये। जब विरोध शुरू हुआ तो एचएचएआइ के अधिकारियों ने कहा कि सात जुलाई से कार्य लगेगा और तेजी से पूर्ण होगा, लेकिन नतीजा शून्य ही रहा।

कहां कितने फीसद खराब है सड़क

95 : फीसद बेलहरी से मांझी घाट 27 किमी।

40 : फीसद बेलहरी हल्दी से तक 5 किमी।

50 : फीसद हल्दी से बलिया तक 18 किमी।

90 : फीसद शहर से माल्देपुर नसीराबाद तक 5 किमी।

50 : फीसद नसीराबाद से भरौली तक 30 किमी।

40 : फीसद भरौली से गाजीपुर तक 47 किमी।

ड्रोन कैमरा से निगरानी किया जाना है

बरसात के बाद तेजी से मरम्मत कार्य होगा। मोहम्मदाबाद में कंपनी ने बड़ा प्लांट स्थापित किया है। ड्रोन कैमरा से निगरानी किया जाना है। टेंडर में एग्रीमेंट होता है। कंपनी को अलग-अलग चेतावनी नोटिस दी गई है। ड्रोन कैमरा से जांच के लिए ड्रोन एंजेसी का टेंडर अभी नहीं हुआ है।-योगेंद्र प्रताप सिंह, तकनीकी प्रबंधक, एनएचएआइ

'