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गाजीपुर जिले में अपात्रों को पीएम आवास देने वाला सचिव निलंबित, 8 अपात्रों को दिया था आवास

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जनपद के मरदह ब्लाक के बसवारी गांव में तैनात चर्चित ग्राम पंचायत सचिव रितेशचंद्र राय को डीपीआरओ रमेशचंद्र उपाध्याय ने अपात्रों काे प्रधानमंत्री आवास आवंटित करने पर निलंबित कर दिया है। इससे संबंधितों में खलबली मची हुई है। रितेशचंद्र राय पर इससे पहले भी भ्रष्टाचार के कई आरोप लग चुके हैं। डीपीआरओ ने यह कार्रवाई मरदह बीडीओ की जांच रिपोर्ट पर की है।

रितेशचंद्र राय ने जबसे बसवारी गांव में सचिव का कार्यभर संभाला था उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे। ग्रामीणों ने जुलाई में मरदह खंड विकास अधिकारी शिरीष वर्मा से शिकायत की थी कि सचिव द्वारा अपात्रों काे भी प्रधानमंत्री आवास आवंटित किया गया है। गांव में आवंटित आवास की सूची और पूरे साक्ष्य के साथ ग्रामीणों ने शिकायत की थी। इस पर बीडीओ शिरीष वर्मा ने गांव जाकर एक-एक लाभार्थियों से वार्ता करने के साथ ही पूरी जानकारी ली।

जांच में आठ ऐसे लाभार्थी मिले, जिनके पास घर था और वह कहीं से पीएम आवास के लिए पात्र नहीं थे। जांच रिपोर्ट बनाकर बीडीओ ने डीपीआरओ रमेशचंद्र उपाध्याय को प्रेषित किया। इस पर डीपीआरओ ने पत्र जारी कर सचिव रितेश से स्पष्टीकरण मांगा था। उचित जवाब नहीं मिलने पर डीपीआरओ ने तत्काल प्रभाव से सचिव रितेशचंद्र राय को निलंबित कर दिया। डीपीआरओ के इस कार्रवाई से अन्य ग्राम पंचायत सचिवों में खलबली मची हुई है। विदित हो कि मरदह ब्लाक के ही सिंगेरा में भी जब रितेश तैनात थे, तो वहां भी उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे।

बोले अधिकारी : सचिव रितेशचंद्र राय पर अपात्रों को पीएम आवास आंवटित करने का आरोप लगा था। मरदह बीडीओ ने जांच की तो आरोप सिद्ध हुआ। स्पष्टीकरण में उचित जवाब नहीं देने पर उसे निलंबित कर दिया गया है। जो भी सचिव शासन की योजनाओं के अनुसार काम नहीं करेगा, उसके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। - रमेशचंद्र उपाध्याय, डीपीआरओ।

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