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लोक सेवा आयोग के एक निर्णय से प्रतिभागी मुश्किल में, इस बार मात्र 16 जिलों में बनाए गए परीक्षा केंद्र

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/आजमगढ़. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के एक निर्णय से प्रतिभागी मुश्किल में पड़ गए हैं। 19 सितंबर को आयोजित राजकीय इंटर कालेज प्रवक्ता परीक्षा का सेंटर एक हजार किलोमीटर दूर तक भेज दिया गया है। यह स्थिति एक विषय की परीक्षा एक जिले में कराने के नए निर्णय के कारण हुआ है। इससे नाराज प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राएं सोशल मीडिया पर अपने-अपने तरीके से विरोध करने लगे हैं। हालांकि, अब इसमें कहीं से कोई बदलाव होने की उम्‍मीद नहीं है। 


लोकसेवा आयोग उत्तर प्रदेश ने मंगलवार को वेबसाइट पर प्रवेश पत्र अपलोड किया है। जिसके अनुसार आगरा, अयोध्या, आजमगढ़, बरेली, गाजियाबाद, गोरखपुर, जौनपुर, झांसी, कानपुर नगर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, प्रयागराज, सीतापुर और वाराणसी सहित कुल 16 जनपदों को परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। शेष 59 जनपदों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है। परीक्षा में सहभागिता का इंतजार कर रहे छात्र-छात्राओं का कहना है कि रसायन विज्ञान के लिए गाजियाबाद, भौतिक विज्ञान के लिए झांसी, जीव विज्ञान के लिए मेरठ, गणित के लिए वाराणसी, राजनीति शास्त्र मुरादाबाद, संस्कृत के लिए गोरखपुर, अंग्रेजी के लिए लखनऊ जनपद को सेंटर बनाया गया है। इसी प्रकार अन्य विषयों के लिए अलग अलग जनपदों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है।

इन विषयों के प्रतियोगियों को 800 से 1000 किमी. दूर परीक्षा देने जाना पड़ेगा। ऐसे में परिवहन खर्च भी लगभग 2000 रुपये आएगा। यह भी बेरोजगार से जूझ रहे प्रतियोगियों के साथ ज्यादती है। बांकेलाल, इन्द्रसेन यादव, शीतला प्रसाद, अरुण कुमार, प्रियंका यादव, प्रीति राजभर, कोमल यादव, बृजेश सिंह, रमाशंकर, अजीत कुमार आदि प्रतियोगियों ने मण्डल स्तर पर परीक्षा केंद्र बनाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहाकि पहले व्यवस्था थी कि प्रतियोगी मण्डल स्तर पर परीक्षा देते रहे हैं विज्ञपत्ति में भी यही लिखा गया था कि प्रतियोगियों की परीक्षा मंडल स्तर पर कराई जाएगी। लेकिन अब 1000 किमी दूर भेज दिया गया।

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