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सादात थाना ने पांच हजार बांध रखा है एफआईआर दर्ज करने का रेटः ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले का सादात थाना दबंगों और सामंती, माफिया ताकतों के हिसाब से काम कर रहे, गरीब कमजोर तबके के लोगों की कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। थाना और तहसील दिवस गरीबों के साथ धोखा है। न्याय के बजाय उन पर अन्याय की मार पड़ रही है। 

सादात थाना ने प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने की फीस पांच हजार बांध रखा है। इस लिए हीरा कुशवाहा और बेचूं वनवासी की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। क्योंकि उनके पास रुपए देने की क्षमता नहीं थी। यह बातें गुरुवार को सादात थाना के घेराव के समय सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा (माले) के केंद्रीय कमेटी सदस्य अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहीं।

उन्होंने कहा कि देश भर में यूपी नंबर वन है कि होल्डिंग लग रहा है। यूपी नंबर वन हैं, बेरोजगारों की फौज के लिए। महिलाओं पर हिंसा गैंगरेप और बलात्कार, छेड़छाड़ और दलित उत्पीड़न के मामले में सरकार कह रही हैं कि थाने हर छोटी-बड़ी घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज हो रही है। 

लेकिन सच्चाई यह है कि गाजीपुर में रिपोर्ट दर्ज करने के लिए थाने का घेराव करना पड़ रहा है। सादात थाना इसका उदाहरण हैं। जहां पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने के नाम पर मोटी रकम मांग रही है। न देने पर रिपोर्ट दर्ज करना तो दूर तहरीर तक फेंक दे रही है। उन्होंने रिपोर्ट दर्ज करने और रिपोर्ट दर्ज करने में देरी के लिए जिम्मेदार सादात थाना प्रभारी को दंडित करने की मांग उठाई। 

चेतावनी दिया कि अगर समय रहते रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई तो एक सप्ताह बाद शिकारपुर मार्च होगा। सभा को जिला सचिव रामप्यारे राम, लाल बहादुर बागी, उजागीर राम, सरोज यादव, नंदकिशोर बिंद, शिवकुमार कुशवाहा, किशन कुमार, नंदकिशोर बिंद, शिवकुमार कुशवाहा, मनोज कुशवाहा, रामवृक्ष मौर्य ने भी सम्बोधित किया। अध्यक्षता गुलाब सिंह तथा संचालन बेचू बनबासी ने किया।अंत में डीएम-एसपी को सम्बोधित मांग पत्र मौके पर तैनात खानपुर एसओ को सौंपा।- मीडिया इनपुट्स 

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