शारदीय नवरात्र को लेकर सजे गाजीपुर जिले के मंदिर, बाजार में भी रौनक बढ़ी - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. इस बार शारदीय नवरात्र को लेकर तैयारियां जोरों पर रही। एक तरफ जहां बाजारों में पूजा सामग्री की दुकानें सज गयी हैं, तो वहीं घरों में कलश स्थापना को लेकर श्रद्धालु तैयारी में जुटे रहे। इस बार नवरात्र सात अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है, जिसका पंद्रह अक्टूबर को समापन होगा।
शारदीय नवरात्र को लेकर शहर के कई जगहों पर पूजा सामग्री की दुकानें सजी हुई हैं। जहां माता के श्रृंगार से लेकर पूजा सामग्री की बिक्री प्रारंभ हो गयी है। शहर के मिश्रबाजार, महुआबाग, चीतनाथ, नवाब साहब फाटक, गोराबाजार, सिटी रेलवे स्टेशन-माल गोदाम रोड, रौजा, फुल्लनपुर आदि जगहों पर बुधवार को पूजा सामग्री की खरीदारी करते लोगों को देखा गया।
लोगों ने चुनरी, पानी वाला नारियल, सूखा नारियल, कलश, थाली, धूप, कपूर, रोली, चंदन आदि की खरीदारी की इसके अलावा कपड़ों की दुकान पर भी ग्राहकों को खरीदारी करते देखा गया। इस बार नवरात्र पर विशेष पूजा की थाली और पूजा पैकेट ग्राहकों की काफी पसंद आ रहा है। पिछले बार कोरोना की मार के चलते परेशान हो चुके दुकानदार इस बार नवरात्र में अच्छी बिक्री की उम्मीद लगाये हैं। इस लिहाज से दुकानों को सुंदर फूलों की लड़ियां, झालरों से सजाया है।
नवरात्र के साथ ही इस महीने दशहरा, करवाचौथ और अगले महीने धनतेरस, दीपावली और विवाह का सीजन भी प्रारंभ हो जायेगा। इसे देखते हुए दुकानदारों ने पूरी तैयारी के साथ सामानों को लगा रखा है। नवरात्र को देखते हुए माता के मंदिरों में कलश स्थाना के लिए साफ-सफाई का कार्य चलता रहा। शारदीय नवरात्र की रौनक घरों में ही नहीं, बल्कि मंदिरों और बाजार में भी देखी जा रही है। नवरात्र की पूजा व व्रत विधि-विधान से करने पर मां दुर्गा प्रसन्न होकर भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं।
शारदीय नवरात्रि सात अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं। कलश स्थापना इसी दिन सुबह की जाएगी। मान्यता है कि अगर भक्त संकल्प लेकर नवरात्रि में अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित करें तो माता अवश्य प्रसन्न होकर मनोकामना पूर्ण करती हैं। माता को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धालु कलश स्थापना, अंखड ज्योति, माता की चौकी आदि तरह-तरह से पूज-अर्चन करते हैं। शारदीय नवरात्र को लेकर श्रद्घालुओं में काफी उत्साह बना हुआ है। बाजारों में सुबह से ही खरीदारी के लिए महिलाएं पहुंचने लगी थीं।
पूजा के लिए कलश, नारियल, चुनरी, रोली, पान, घी, धूप बत्ती, अगरबत्ती, लोंग, सुपारी, कपूर सहित पूजा में इस्तेमाल होने वाली सभी सामग्रियों की खरीद करती रहीं। नवरात्र को व्रत रहने वालों के लिए भी कुट्टू, फल, व्रत के अन्य सामानों की भी बिक्री की गयी। कोरोना काल के बाद इस बार पूजन को लेकर बाजारों में भीड़ देखने को मिल रही है।
भीड़ के चलते शहर के मिश्रबाजार में जाम की भी नौबत बनती रही, जिससे लोग परेशान होते रहे। शारदीय नवरात्र का आरंभ आश्विन मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि से होता है। इसके बाद अगले नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इन दिनों में माता पृथ्वी पर आती हैं और अपने भक्तों के दु:ख हर लेती हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करतीं हैं। इस बार शारदीय नवरात्र सात अक्टूब गुरुवार से प्रारंभ हो रहा है। इसके पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जायेगी।